हरियाणा संपादक – वैद्य पण्डित प्रमोद कौशिक।
दूरभाष – 9416191877
पंचकूला : जहां एक ओर रूस अपनी जिद व अपने को ऊंचा दिखाने के लिये यूक्रेन के साथ युद्ध कर मानवता का खूनी खेल खेल कर नफरत की बुनियाद खड़ी कर रहा है वो पूरी दुनिया के लिये आने वाले समय में खतरनाक साबित होगा। मानवता का पहला अध्याय किसी को नीचा दिखाने की जगह हमें अपने को ऊंचा दिखाने में ध्यान देना चाहिए । यह बात अंतरराष्ट्रीय मानव अधिकार ऑब्जर्वर्स की इंटरनेशनल ब्रेंडम्बेस्डर रितु वर्मा ने एक प्रेसविज्ञप्ति जारी करते हुए कही ।
उन्होंने कहा कि नफरत की जंग से सिर्फ जमीन ही जीत सकते हैं । दिलों को जीतने के लिये मुहोब्बत के रंग की एक छोटी सी शुरुआत बहुत है । इससे पहले भी इराक आदि देशों में नरसंहार ओर मानवता का हनन हो चुका है । आखिर कब तक इस प्रकार से हम अपनी मानवता को खत्म कर निर्दोष लोगो के जीवन के साथ खिलवाड़ करते रहेंगे ।
रितु वर्मा ने कहा कि हिंदुस्तान ऋषि मुनियों , देवी देवताओं , गुरुओं व पीरों फकीरों की धरती है। हमें बचपन से सिर्फ एक ही शिक्षा दी जाती रही है कि सबसे पहले देश फिर धर्म की रक्षा और प्रेम से एक दूसरे के साथ रहना ओर नफरत को ख़त्म कर आपस में प्रेम से रहना । मजहब नही सिखाता आपस मे बेर रखना, हिंदी है हम वतन है हिंदुस्तान हमारा उन्होंने कहा कि कुछ देशद्रोही ताकते हिंदुस्तान में धर्म को मोहरा बना कर आवाम को गुमराह करने में लगी है । लेकिन वो देशद्रोही ताकते हिंदुस्तान के इतिहास को भूल गई हैं की जब जब देश पर कोई विपदा आई है उसे हिंदुस्तान के हर धर्म के लोग एकजुट हो देशद्रोही ताकतों के खिलाफ डट कर सामना किया है ओर हमेशा करते रंहेगे । अगर हिंदुस्तान की आवाम शास्त्र का ज्ञान रखती है तो वही उनको शस्त्र चलाने में भी कोई गुरेज नही है । क्योंकि हमें नफरत को आपस मे भुला मुहोब्बत से एक नई दुनिया की शुरूआत करनी चाहिए ।
हम सब को होली के इस पावन अवसर पर मिलकर कसम खानी चाहिये कि दुनिया में फेल रही नफरत को खत्म कर मुहोब्बत से एक नई शुरुआत करनी चाहिये ।
रितु वर्मा ने सभी देशवासियों को होली की मुबारकबाद भी दी ओर कहा कि हम सब को आपसी भेदभाव खत्म कर एक नये भारत की शुरुआत करनी चहिये ।