देहरादून:विधानसभा चुनाव 2022: कांग्रेस की करारी हार के लिए पीएम नरेंद्र मोदी फैक्टर, कोरोना काल में लोगों को मुफ्त राशन के साथ साथ पार्टी के शीर्ष नेताओं की गुटबाजी भी बड़ी वजह रही। विस चुनाव में हार के कारण तलाशने के लिए सोमवार से शुरू हुई समीक्षा बैठक में कांग्रेस के विधायक, प्रत्याशियों और पदाधिकारियों ने खुलकर अपने मन की बात रखी।
राष्ट्रीय महासचिव अविनाश पांडे, प्रदेश प्रभारी देवेंद्र यादव ने राजीव भवन के प्रथम तल पर बंद कमरे में विधानसभा सीट वार पार्टी के जीते विधायक और हारे प्रत्याशियों के साथ बारी बारी बात की। कांग्रेस नेताओं ने समीक्षा कक्ष के भीतर पार्टी नेताओं और बाहर मीडिया के साथ खुलकर अपने मन की बात साझा की।
जागेश्वर सीट से प्रत्याशी रहे कांग्रेस के वरिष्ठ नेता गोविंद सिंह कुंजवाल ने साफगोई से कहा कि पार्टी नेताओं की गुटबाजी कांग्रेस की हार की सबसे बड़ी वजह है। बड़े नेताओं के बीच छिड़ी मुख्यमंत्री लड़ाई पार्टी को ले डूबी। उन्होंने अपने क्षेत्र में पूर्व राष्ट्रीय अध्यक्ष राहुल गांधी की सभा का जिक्र करते हुए कहा कि इसमें कोई शीर्ष नेता नहीं आया।
बाद में पता चला कि प्रदेश प्रभारी देवेंद्र यादव और नेता प्रतिपक्ष प्रीतम सिंह कुछ दूरी तक आए थे, लेकिन देर होने की वजह से वहीं से लौट गए। इसका भी क्षेत्र में गलत संदेश गया। लोहाघाट सीट से जीते विधायक खुशहाल सिंह अधिकारी ने कहा कि टिकट बांटने में हुई देरी भी कांग्रेस की हार की एक बड़ी वजह रही।
यदि समय पर टिकट बांट दिए जाते तो भी तैयारी करने का अच्छा वक्त मिलता। कपकोट सीट से प्रत्याशी रहे ललित फर्सवाण ने पूर्व सीएम हरीश रावत का अंतिम क्षणों में टिकट बदलने और उन्हें सीएम का चेहरा घोषित न करने को भी हार की एक वजह बताया। साथ ही कहा कि मुफ्त राशन योजना और कांग्रेस का यूनिवर्सिटी विवाद भी भाजपा के हक में गया।
हल्द्वानी विधायक सुमित ह्दयेश, धारचूला विधायक हरीश धामी, पिथौरागढ़ृ विधायक मयूख महर, द्वाराहाट विधायक मदन बिष्ट, पूर्व विधायक हेमेश खर्कवाल आदि ने भी विचार रखे। देर रात तक विधानसभावार समीक्षा सिलसिला जारी रहा। प्रदेश प्रभारी देवेंद्र यादव के अनुसार कल भी कुछ जिलों की समीक्षा होगी। अपराह्न तीन राष्ट्रीय महासचिव मीडिया के साथ समीक्षा बैठक के बिंदुओं पर चर्चा करेंगे।
हार की वजह…
– प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का प्रभावशाली आभामंडल
– कोरोना काल में सभी को मुफ्त राशन योजना
– कांग्रेस के शीर्ष नेताओं की आपसी गुटबाजी
– टिकट बांटने में देरी, अंतिम 17 टिकट भी गलत बांटे
– कांग्रेस अपनी बात जनता को समझाने में रही विफल
– कांग्रेस का प्रचार तंत्र भाजप के मुकाबले रहा कमजोर
– कांग्रेस में उठे यूनिवर्सिटी विवाद ने भी पहुंचाया नुकसान
द्वाराहाट विधायक मदन बिष्ट ने पार्टी संगठन पर गंभीर सवाल उठाए। कहा कि कांग्रेस में संगठन नाम की कोई चीज नहीं है। यदि मदन बिष्ट चुनाव जीतता है तो उसे अपने दम पर लड़ना पड़ता है। भाजपा का संगठन कांग्रेस के मुकाबले बहुत भारी और प्रभावी है। यदि कांग्रेस को आगे मजबूती से आना है तो संगठन पर विशेष फोकस करना होगा। संगठन को मजबूत करना है। नेता प्रतिपक्ष के विषय पर उन्होंने कहा कि यह निर्णय हाईकमान ने करना है।