सरस्वती नदी का फिर से धरातल पर आना भावी पीढ़ी के लिए अनोखी सौगात: गुरचरण।
हरियाणा संपादक – वैद्य पण्डित प्रमोद कौशिक।
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मुख्यमंत्री मनोहर लाल के प्रयासों से ही धरातल पर फिर से बहेगी सरस्वती नदी की जलधारा।
सरस्वती तीर्थ का विकास करना लक्ष्य।
पिहोवा 16 फरवरी:- समाजसेवी गुरचरण सिंह ने कहा कि सरस्वती नदी की जलधारा का बहाव देश की भावी पीढ़ी के लिए एक अनोखी सौगात होगी। यह सौगात प्रदेश के मुख्यमंत्री मनोहर लाल के तरफ से ही दी जाएगी। अब सिर्फ थोडा सा ही इंतजार करना बाकी रह गया है। इसके लिए सरकार ने परियोजना को अमलीजामा पहनाना शुरू कर दिया है।
वे मंगलवार को 5 वें अंतरराष्ट्रीय सरस्वती महोत्सव के समापन अवसर पर पिहोवा सरस्वती तीर्थ स्थल पर पत्रकारों से बातचीत कर रहे थे। उन्होंने कहा कि सरस्वती नदी का फिर से धरातल पर आना भावी और नई पीढ़ी के लिए एक बहुत बड़ा गिफ्ट होगा। इस पवित्र नदी से पूरी मानव जाति को लाभ मिलेंगे और इतिहास और संस्कृति का संरक्षण भी सम्भव हो सकेगा। उन्होंने कहा कि सरस्वती को धरातल पर लाने और इसके किनारे बसी सभ्यता को सहेजने के लिए सरकार ने जो परियोजना बनाई है, वह काबिले तारीफ है। इसके लिए मुख्यमंत्री मनोहर लाल की जितनी प्रशंसा की जाए वह कम है। उन्होंने सरस्वती नदी के इतिहास पर विस्तृत प्रकाश डालते हुए कहा कि अब सरस्वती नदी एक मिथ नहीं है, इस नदी को लेकर सभी साक्ष्य मिल चुके है। अब इस नदी को लेकर वैज्ञानिक नई तकनीकी के साथ शोध पर लगे हुए है।
उन्होंने कहा कि देश की सबसे बड़ी और पवित्र सरस्वती नदी का पिहोवा से प्रवाहित होकर गुजरात तक जाना एक अनोखा सौभाग्य है, इस पवित्र नदी के किनारे ही पूरे विश्व को संस्कृति, शिक्षा और वेदों का ज्ञान मिला। ऐसी पवित्र नदी के तट पर पिहोवा का होना नगरवासियों के लिए एक बहुत बड़ा सौभाग्य है। इतिहास के पन्नों में अंकित है कि गंगा से भी बड़ी सरस्वती को माना गया है। पुराने समय से पवित्र नदी सरस्वती को ज्ञान, सभ्यता, संस्कृति और जीवनदायिनी संज्ञा दी जाती है। इस पवित्र नदी को फिर से धरातल पर प्रवाहित करने के लिए मुख्यमंत्री मनोहर लाल के प्रयासों से एक बड़ी परियोजना पर कार्य किया जा रहा है।
उन्होंने कहा कि सरकार के प्रयासों से ही पिहोवा में सरस्वती मंदिर के पास हैरिटेज लुक में पुल का निर्माण पूरा हो चुका है और घाटों का काम चल रहा है। इसके लिए हरियाणा के खेल मंत्री संदीप सिंह दिन-रात प्रयासरत है। मुख्यमंत्री मनोहर लाल के प्रयासों से पिहोवा सरस्वती स्थल और मंदिर को विकसित करने की योजना पर लगातार काम चल रहा है और इसे एक अलग रुप देने का काम किया जाएगा। मुख्यमंत्री मनोहर लाल के प्रयासों से ही पिछले कई वर्षों से सरस्वती महोत्सव को बड़े स्तर पर मनाया जा रहा है और पिहोवा वासियों को मुख्यमंत्री मनोहर लाल से उम्मीद भी है कि इस स्थल को एक पर्यटन स्थल के रुप में ओर अधिक विकसित किया जाएगा। इस मौके पर खेल मंत्री संदीप सिंह की माता दलजीत कौर, समाजसेवी विक्रम चक्रपाणी, भाजपा युवा नेता अक्षय नंदा भी उपस्थित थे।