सदर विधायक को मंत्री बनाए जाने पर फिर बना बीआईपी कन्नौज
कन्नौज । भाजपा से नवनिर्वाचित सदर विधायक असीम अरुण को आज योगी आदित्यनाथ के मंत्री मण्डल में राज्यमंत्री स्वतन्त्र प्रभार बनाया गया। जिससे कन्नौज को एक बार फिर वीआईपी दर्जा हासिल हुआ। इससे पूर्व वर्ष 1984 में प्रदेश में मुख्य मंत्री नारायण दत्त तिवारी के मंत्री मण्डल में सदर से वरिष्ठ कांग्रेस विधायक बिहारी लाल दोहरे को स्वास्थ्य राज्य मंत्री बनाया गया था। उस समय कन्नौज सांसदी क्षेत्र से चुनाव जीती वरिष्ठ कांग्रेस नेता उमा शंकर दीक्षित की पुत्रवधु शीला दीक्षित केन्द्र में राजीव गांधी मंत्री मण्डल में सांसदी कार्य मंत्री के रूप में काविश थी। उस समय राजनीतिक रूप से कन्नौज का काफी रूतवा था। 38 साल बाद एक बार फिर कन्नौज को प्रदेश सरकार में प्रतिनिधित्व मिला है। कन्नौज में भाजपा लगातार 20 वर्षो से चुनाव हारती चली आ रही थी। जिसके कारण 2022 के विधान सभा चुनाव से पूर्व भाजपा हाई कमान ने कानपुर के पुलिस कमिश्नर पद पर कार्यरत असीम अरुण पर अपना दांव लगाया। भाजपा हाई कमान का यह दांव कारगर साबित हुआ। असीम अरुण कन्नौज जिले के खैर नगर के निवासी है और दलितों में दोहरे वर्ग में आते है। श्री अरुण ने दो महीने में ही गांव गांव घूमकर एक कीर्तिमान स्थापित कर दिया और सपा के किले को ध्वस्त कर दिया। चुनाव के दौरान ही इस बात के कैयास लगाए जा रहे थे कि असीम अरुण चुनाव जीतने के बाद प्रदेश में भाजपा को सरकार बनने पर यह मंत्री बनेंगे और आज यह कैयास पूरी तरह सच साबित हुआ। कन्नौज विधान सभा एक बार फिर वी आई पी बन गई और दूसरी बार उसे प्रदेश सरकार में मौका मिला।