मौत के जिम्मेदार स्वीपर पर हत्या का मुकदमा दर्ज किया जाए- दीपचन्द विशारद
मेहनगर आजमगढ़।
मेहनगर सीएचसी पर कोरोना के टीका लगने के एक घण्टे बाद एक व्यक्ति की मौत और व्याप्त भ्रष्टाचार की शिकायतों से क्षुब्ध समाजवादी पार्टी के वरिष्ठ दलित नेता दीपचंद विशारद ने बृहस्पतिवार को केन्द्र प्रभारी से वार्ता की। तत्पश्चात उन्होंने पत्रकारों से बातचीत करते हुए कहा कि ‘स्वीपर की लापरवाही के चलते रामपति राम की मौत हुई। रामपति राम की हालत बिगड़ने पर उसने उन्हें सीएचसी से भगा दिया। उक्त स्वीपर के उपर हत्या का मुकदमा दर्ज किया जाना चाहिए।’
उन्होंने कहा कि सीएचसी प्रशासन इस घटना की लीपा-पोती करने में लगा है। मृतक की स्थिति केन्द्र पर ही बिगड़ चुकी थी। यदि उसे समय रहते स्वास्थ्य सेवा उपलब्ध करा दिया गया होता तो उसकी जान बच जाती। श्री विशारद ने बताया कि मृतक की पत्नी को भी उसी दिन टीका लगा था। वह बता रही है कि स्वीपर ने टीका लगाया था, और हालत बिगड़ने पर स्वीपर ने ही घर जाने के लिए बाध्य किया था।
उन्होंने बताया कि सीएचसी पर उक्त स्वीपर 20 वर्षों से तैनात है। इस सीएससी पर भ्रष्टाचार की तमाम शिकायतें हैं, जबकि इस केन्द्र को भाजपा नेत्री सुश्री मंजू सरोज ने गोद लिया है। जुलाई 2020 में तत्कालीन उपजिलाधिकारी राजीव रत्न सिंह ने सीएचसी प्रभारी डा० राजेन्द्र प्रसाद द्वारा उक्त स्वीपर के विरुद्ध लिखित शिकायत पर सीएमओ आजमगढ़ को उचित और दण्डात्मक कार्यवाई किए जाने का अनुरोध किया था, किन्तु उस पर अभी तक कोई कार्यवाई नहीं की गई है। उन्होंने बताया कि डा० राजेन्द्र प्रसाद ने अपने पत्र में लिखा है कि मोहसिन नामक स्वीपर की पत्नी भी यहाँ सीएचसी पर कार्यरत है जो कभी नहीं आती है। कुछ कहने पर उक्त स्वीपर ‘देख लेने की धमकी देता है’। श्री विशारद के साथ समाजवादी पार्टी के नेता साधु यादव, सुनील जीत, हरेन्द्र यादव, सत्य प्रकाश सिंह ‘हलचल’ आदि प्रमुख लोग उपस्थित थे।