पंजाब भर के कंप्यूटर अध्यापकों द्वारा अनोखे ढंग से किया जा रहा विरोध प्रदर्शन लोगों के बीच बना चर्चा का विषय

पंजाब भर के कंप्यूटर अध्यापकों द्वारा अनोखे ढंग से किया जा रहा विरोध प्रदर्शन लोगों के बीच बना चर्चा का विषय

शहरों के चौराहों और सार्वजनिक स्थानों पर लगे कंप्यूटर अध्यापकों की मांगों और मंत्रियों के बयानों वाले होर्डिंग्स

सरकार बिना देरी कंप्यूटर अध्यापकों का हक बहाल करे, नहीं तो संघर्ष होगा और तेज – कंप्यूटर अध्यापक नेता

फिरोजपुर दिनांक 27-01-2023 [कैलाश शर्मा जिला विशेष संवाददाता]

पंजाब भर के सरकारी स्कूलों में अपनी सेवाएं दे रहे हजारों कंप्यूटर अध्यापकों ने अपने जायज हकों की प्राप्ति के लिए संघर्ष को तेज कर दिया है, इसी श्रंखला के अंतर्गत कंप्यूटर अध्यापकों द्वारा जहां एक नए तरीके से चलाए जा रहे संघर्ष को आम लोगों द्वारा सराहा जा रहा है, वहीं कंप्यूटर अध्यापकों को आम लोगों का समर्थन भी मिल रहा है, खास बात यह है कि जहां परंपरागत संघर्ष सड़क जाम कर किया जाता है, वहीं कंप्यूटर अध्यापकों द्वारा किया जा रहा संघर्ष सरकार में भी चर्चा का विषय बन गया है, अब अन्य संघर्षरत संगठन भी कंप्यूटर अध्यापकों वाले तरीके आजमा रहे हैं। मिली जानकारी के अनुसार कंप्यूटर अध्यापकों के साझा संगठन ‘कंप्यूटर अध्यापक, पंजाब’ (सीएपी) द्वारा जहां सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म और पंजाब सरकार को घेरा जा रहा है, वहीं उनकी जायज मांगों को लेकर विभिन्न शहरों में बड़े-बड़े होर्डिंग लगाए जा रहे हैं। अब तक कंप्यूटर अध्यापकों द्वारा लुधियाना, जालंधर, पटियाला, बठिंडा, संगरूर, मानसा, होशियारपुर के चौराहों, सार्वजनिक स्थानों पर होर्डिंग लगाए जा चुके हैं और उनसे मिली जानकारी के अनुसार यह कार्य विभिन्न शहरों में सूचीबद्ध तरीके से युद्ध स्तर पर चल रहा है। उन्होंने कहा कि पंजाब के सभी बड़े शहरों को कवर कर लिया गया है।

सरकार पूरा करे अपना वादा
कंप्यूटर अध्यापक, पंजाब के प्रांतीय कन्वीनर प्रदीप कुमार मलूका, परमवीर सिंह पम्मी और रजवंत कौर ने जानकारी देते हुए कहा कि उनकी सेवाएं 2011 में तत्कालीन पंजाब सरकार द्वारा रेगुलर कर दी गई थी, लेकिन अभी तक उनके हक बहाल नहीं किए गए है। शिक्षा मंत्री हरजोत सिंह बैंस ने दिवाली से पहले कंप्यूटर अध्यापकों की मांगों को दीवाली पर पूरा करने का वादा किया था, जो अब तक पूरा नहीं हुआ है। इतना ही नहीं पंजाब भर में विभिन्न में कंप्यूटर अध्यापकों की मौत भी हो चुकी है, लेकिन सरकार ने कभी उनके आश्रित परिवारों की सुध नहीं ली। उन्होंने कहा कि उक्त होर्डिंग्स में जहां बड़ी संख्या में दिवंगत कंप्यूटर अध्यापकों के चित्र उनकी मांगों के साथ के साथ लगाये गये हैं। शिक्षा मंत्री हरजोत सिंह बैंस, वर्तमान कैबिनेट मंत्री गगन अनमोल मान और हरपाल सिंह चीमा द्वारा चुनाव से पहले किये गये वादों की तस्वीरें भी शेयर की हैं, और यह वादे आज तक वफा नहीं हुए हैं। उन्होंने कहा कि सरकार समय रहते अपना वादा पूरा करे, नहीं तो वे संघर्ष तेज करने को विवश होंगे।

ये हैं कंप्यूटर अध्यापकों की मांगें
कंप्यूटर अध्यापक पंजाब के प्रांतीय नेताओं ने जानकारी देते हुए कहा कि उनकी कोई नई मांग नहीं है। उन्होंने राज्य सरकार से मांग करते हुए कहा कि उनके रेगुलर ऑर्डर्स को 2011 में पंजाब सरकार द्वारा लागू किया जाना चाहिए। उन्हें छठे पे कमीशन का लाभ देना चाहिए। जिन कंप्यूटर अध्यापकों की मृत्यु हो चुकी है उनके आश्रितों को आर्थिक सहायता प्रदान करते हुए सदस्यों में से एक को सरकारी नौकरी दी जाए। कंप्यूटर अध्यापकों को सीएसआर के अनुसार सभी लाभ दिए जाएं। अगर सरकार द्वारा उनकी मांगों को नहीं माना जाता है तो राज्य भर के अध्यापक मुख्यमंत्री के साथ-साथ शिक्षा मंत्री का घेराव करते हुए विरोध प्रदर्शन करेंगे। जिसकी जिम्मेदारी राज्य सरकार की होगी।

Read Article

Share Post

VVNEWS वैशवारा

Leave a Reply

Please rate

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Next Post

धर्मनगरी कुरुक्षेत्र में महर्षि दयानन्द सरस्वती की द्वितीय जन्मशताब्दी 12 दिवसीय शुभारम्भ समारोह का आयोजन

Fri Jan 27 , 2023
धर्मनगरी कुरुक्षेत्र में महर्षि दयानन्द सरस्वती की द्वितीय जन्मशताब्दी 12 दिवसीय शुभारम्भ समारोह का आयोजन। हरियाणा संपादक – वैद्य पण्डित प्रमोद कौशिक।दूरभाष – 9416191877 1 फरवरी से बारह दिवसीय कार्यक्रम के माध्यम से महर्षि दयानन्द के विचारों व चिंतन को पूरी दूनिया तक पहुंचाया जाएगा। कुरूक्षेत्र, 27 जनवरी: महर्षि दयानंद […]

You May Like

Breaking News

advertisement