पूर्वांचल ब्यूरो /अनुपम श्रीवास्तव
अयोध्या शोध संस्थान और संस्कृति विभाग द्वारा शुक्रवार को सिगरा स्थित रुद्राक्ष कन्वेंशन सेंटर में आयोजित रामायण कॉन्क्लेव में करीब एक हजार कलाकारों का सम्मान किया गया।
मंच पर संस्कृति मंत्री डॉ. नीलकंठ तिवारी ने जिन कलाकारों का सम्मान किया उन सभी ने सुबह-ए-बनारस के मंच से गायन, वादन अथवा नृत्य की प्रस्तुतियां दी हैं।
समारोह के दौरान दीर्घा की 80 फीसदी कुर्सियां सम्मान पाने वालों से भरी रहीं। शाम करीब सात बजे ऐसी स्थित हो गई कि सुरक्षा कर्मियों ने आगतों को बाहर से यह कह कर लौटाना शुरू कर दिया कि अंदर जगह नहीं है। सम्मान समारोह समाप्त होने के बाद देश के नामचीन कलाकारों की प्रस्तुतियां देखने सुनने के लिए गिनती के लोग दीर्घा में बच गए। ज्यादातर लोग सम्मानित होने के बाद प्रस्थान कर गए। समारोह के प्रथम सत्र में ‘राम के शिव-शिव के राम विषयक संगोष्ठी हुई। इसमें प्रख्यात कवि पं. हरिराम द्विवेदी, अयोध्या के महंत मिथिलेश नंदिनीशरण, प्रो. श्रीनिवास पांडेय, डॉ. यतींद्र मिश्र ने सारगर्भित विचार रखे।