वैद्य पण्डित प्रमोद कौशिक।
सावन महीने में पार्थिव शिवलिंग निर्माण एवं अभिषेक करने से मिलता है भगवान भोलेनाथ का आशीर्वाद।
कुरुक्षेत्र, 8 अगस्त : सावन महीने के चलते मारकंडा नदी के तट पर स्थित श्री मारकंडेश्वर महादेव मंदिर ठसका मीरां जी में श्रद्धालुओं द्वारा नियमित मिट्टी के पार्थिव शिवलिंग बनाकर पूजन एवं अभिषेक किया जा रहा है। यह पूजन एवं अभिषेक अखिल भारतीय श्री मारकंडेश्वर जनसेवा ट्रस्ट के अध्यक्ष महंत जगन्नाथ पुरी व संतों के सान्निध्य में यजमान परिवार के सदस्यों द्वारा विद्वान ब्राह्मणों से सम्पन्न करवाया जा रहा ही। वीरवार को यजमान नवीन कुमार, रजनी, कमलेश, सोहनलाल, मुकुल, अजय गुप्ता इत्यादि द्वारा सावन पूजन के लिए अपने हाथों से पार्थिव शिवलिंगों का निर्माण कर भगवान भोलेनाथ का आहवान किया गया। इस के उपरांत विधि-विधान के साथ अभिषेक किया। इस अवसर पर प. बिल्लू पुजारी एवं अन्य विद्वान ब्राह्मण भी मौजूद रहे। महंत जगन्नाथ पुरी ने बताया कि सावन महीने में भगवान भोले शंकर को दूध, दही, घी, मक्खन, गंगाजल, बेल पत्र, आक, धतूरा आदि चढ़ाना चाहिए, क्योंकि इस महीने में भगवान भोलेनाथ की सच्चे मन से आराधना की जाए, तो मनोवांछित फल प्राप्त होता है। उन्होंने कहा कि पार्थिव शिवलिंग का निर्माण कर पूजन और एवं अभिषेक करने से भगवान शिव का आशीर्वाद मिलता है। जो शिव भक्त पार्थिव शिवलिंग का निर्माण कर विधिवत पूजा अर्चना करता है, वह दस हजार कल्प तक स्वर्ग में निवास करता है। शिवपुराण में भी कहा गया है कि पार्थिव पूजन सभी दुखों को दूर करके सभी मनोकामनाएं पूर्ण करता है। महंत जगन्नाथ ने बताया कि सावन महीने में यदि प्रतिदिन पार्थिव पूजन किया जाए तो इस लोक तथा परलोक में भी अखंड शिव भक्ति मिलती है। पार्थिव शिवलिंग के सामने समस्त शिव मंत्रों का जाप किया जा सकता है। सावन महीने में पार्थिव शिवलिंग बनाने से भगवान का विशेष आशीर्वाद मिलता है, जिससे पूरा साल कोई कठिनाई सामने नहीं आती है। इस अवसर पर स्वामी संतोषानंद, स्वामी पृथ्वी पुरी, कपिल कुमार, बलजीत सिंह, प. यशपाल इत्यादि भी मौजूद रहे।
श्री मार्कंडेश्वर महादेव मंदिर में सावन महीने का पूजन एवं अभिषेक करते हुए श्रद्धालु।