,,गुरु कृपा से भगवान मिले आचार्य श्याम बिहारी चतुर्वेदी

पवन कालरा संवाददाता राष्ट्रीय सभ्यता
बरेली : बांके बिहारी मंदिर में, चल रही श्रीमद् भागवत कथा में, वृंदावन धाम से पधारे आचार्य श्याम बिहारी चतुर्वेदी ने, तृतीय दिवस की कथा सुनाते हुए बताया , ध्रुव जी को भगवान केवल गुरु की कृपा से प्राप्त हो गए थे, जब उनकी माता ने पिता की गोद में नहीं बैठने दिया, और कहां पिताजी की गोद में बैठने के लिए तुम्हें भगवान की तपस्या करनी पड़ेगी, और भगवान जब प्रकट होकर पूछे क्या चाहिए, तो कहना कि मेरी दूसरी मां सुरुचि के गर्भ से मेरा जन्म हो, तब तुम पिताजी की गोद में बैठ सकते हो, ध्रुव जी को अच्छा नहीं लगा और अपनी मां के पास में आए ,और वहां से कहां हमारी दूसरी मां ऐसा बोलती है, तब उनकी मां ने कहा कि हर बच्चे को बचपन से ही भगवान में लग जाना चाहिए, यही जीवन का सार है, मां की आज्ञा प्राप्त करके , नारद जी उन्हें गुरु के रूप में प्राप्त हुए ,और उन्हें गुरु का मंत्र लेकर , मथुरा में तप किया, केवल मात्र 5 महीने में भगवान का उनका दर्शन हुआ ,और दर्शन आशीर्वाद प्राप्त करके अपने घर लौटे, दोनों माता ने पिता ने बहुत उनका स्वागत किया भावार्थ यही है गुरु की कृपा से भगवान ध्रुव जी को मिले , जैसी ध्रुव जी की निष्ठा गुरु पर है, इस तरह से निष्ठा सभी की होना चाहिए ,इस मौके पर बहुत दूर-दूर से श्रोता पहुंचे मैलानी अध्यक्षा श्री मति कीर्ति माहेश्वरी कथा में पहुंची , पति समाज सेवी भवानी शंकर माहेश्वरी, सोनल खंडेलवाल, प्रसिद्ध भजन गायक जगदीश भाटिया जी, दीपक भाटिया, कथा के यजमान विक्रांत पटेल, रश्मि पटेल, राजेश शर्मा, श्याम दीक्षित , रंजना भाटिया बहुत से दूर-दूर से श्रोता पहुंचे और उन्होंने कथा का रसपान किया। अंत में प्रसाद का वितरण किया गया।