हरियाणा संपादक – वैद्य पण्डित प्रमोद कौशिक।
दूरभाष – 94161-91877
कुवि के महात्मा गांधी एआईएस कोचिंग सेन्टर द्वारा अनुसूचित जाति/अनुसूचित जनजाति, पिछडे़ वर्ग व अल्पसंख्यक विद्यार्थियों के लिए यूजीसी नेट प्रथम पेपर के लिए निःशुल्क ऑनलाईन कोचिंग का शुभारम्भ।
कुरुक्षेत्र, 6 जुलाई :- कुरुक्षेत्र विश्वविद्यालय के कुलपति प्रोफेसर सोमनाथ सचदेवा ने कहा है कि सही समय प्रबन्धन तथा समय सारिणी बनाकर अपने कार्य पर सम्पूर्ण केन्द्रित होकर ही कड़ी से उद्देश्यों को प्राप्त किया जा सकता है। उन्होंने कहा कि कठिन परिश्रम के द्वारा ही मुश्किल लक्ष्य को आसानी से हासिल किया जा सकता है। वे मंगलवार को महात्मा गांधी एआईएस कोचिंग सेन्टर अनुसूचित जाति/अनुसूचित जनजाति, पिछडे़ वर्ग व अल्पसंख्यक विद्यार्थियों के लिए यूजीसी नेट प्रथम पेपर के लिए निःशुल्क ऑनलाईन कोचिंग के शुभारम्भ अवसर पर गूगल मीट के माध्यम से आयोजित ऑनलाइन कार्यक्रम में बोल रहे थे। कुवि कुलपति प्रोफेसर सोमनाथ सचदेवा ने कहा कि विद्यार्थी किसी भी परीक्षा से न घबराए बल्कि सही तैयारी के साथ परीक्षा में उत्तीर्ण हों क्योंकि असली परीक्षा जीवन भर चलती है। उन्होंने विद्यार्थियों से आह्वान किया कि वे एक अच्छे इंसान एवं सच्चे नागरिक के रूप में अपने कर्त्तव्यों का निर्वहन करें।
इस उद्घाटन सत्र के पहले मुख्य वक्ता प्रो. पीजे फिलिप ने प्रतियोगी परीक्षाओं के विभिन्न पहलुओं पर चर्चा की और बताया कि हर विद्यार्थी की कामयाबी के साथ उसके गुरू का नाम और आशीर्वाद भी होता है। यूजीसी नेट की तैयारी करके तथा इस परीक्षा में उर्त्तीण होकर जो भी विद्यार्थी भविष्य में शिक्षक बनेंगे, उन्हें शिक्षक बनने पर अपने प्रोफेशन पर गर्व होना चाहिए क्योंकि वास्तव में यही राष्ट्र निर्माता होते हैं। उन्होंने कहा कि विद्यार्थियों को यूजीसी नेट की इस परीक्षा में अधिकतम अंक प्राप्त करने चाहिए ताकि वे अच्छे संस्थान में नौकरी प्राप्त कर सकें।
यूजीसी नेट प्रथम पेपर के लिए निःशुल्क ऑनलाईन कोचिंग के उद्घाटन अवसर पर महात्मा गांधी एआईएस कोचिंग केन्द्र की निदेशिका प्रो. निर्मला चौधरी ने सभी का स्वागत करते हुए संस्थान के उद्देश्यों के बारे में अवगत कराया। उन्होंने संस्थान द्वारा गत वर्षों में की गई गतिविधियों व कार्यों के साथ-साथ इस 16 दिवसीय सत्र की विशेषताओं के बारे में बताया।
इस आनलाईन सत्र के दूसरे मुख्य वक्ता के रूप में भारतीय शिक्षण मंडल के सह-संगठन मंत्री शंकरानंद ने कहा कि एक सच्चा शिक्षक वहीं है, जो न तो रूकने वाला हो, न थकने वाला और न बिकने वाला हो। वह अपने चरित्र निर्माण के साथ-साथ समाज हित व देशहित में सदा दृढ़़ संकल्प के साथ प्रगति पथ पर अग्रसर रहे।
संस्थान के उप-निदेशक डॉ. ज्ञान चहल ने मंच का संचालन किया और धन्यवाद प्रस्ताव प्रस्तुत किया। मंगलवार को सत्र के शुभारम्भ के साथ ही अगले 16 दिनों तक अलग-अलग विषयों के विशेषज्ञ शिक्षक 220 से ज्यादा विद्यार्थियों को यूजीसी नेट प्रथम पेपर की ऑनलाइन कोचिंग देंगे।
इस उद्घाटन सत्र में 220 से ज्यादा विद्यार्थियों, शिक्षकों, गैर-शिक्षक कर्मी तथा अन्य गणमान्य लोग उपस्थित रहे। साथ ही भारतीय शिक्षण मंडल के संगठन मंत्री सुशील शर्मा भी मौजूद रहे।