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अग्रवाल वैश्य समाज हरियाणा ने वरिष्ठ पत्रकार डा. वेदप्रताप वैदिक को किया नमन।
ब्यूरो चीफ – संजीव कुमारी।
डा. वेदप्रताप वैदिक की गणना उन राष्ट्रीय अग्रदूतों में होती है, जिन्होंने हिंदी को मौलिक चिंतन की भाषा बनाया : राजेश सिंगला।
कुरुक्षेत्र, 14 मार्च : अग्रवाल वैश्य समाज हरियाणा के प्रदेश अध्यक्ष अशोक बुवानीवाला तथा प्रदेश महासचिव राजेश सिंगला ने देश के वरिष्ठ पत्रकार डा. वेदप्रताप वैदिक के निधन पर शोक व्यक्त किया है। उन्होंने कहा कि डा. वेदप्रताप वैदिक की गणना उन राष्ट्रीय अग्रदूतों में होती है, जिन्होंने हिंदी को मौलिक चिंतन की भाषा बनाया और भारतीय भाषाओं को उनका उचित स्थान दिलवाने के लिए सतत संघर्ष और त्याग किया था। महर्षि दयानंद, महात्मा गांधी और डा. राम मनोहर लोहिया की महान परंपरा को आगे बढ़ाने वाले योद्धाओं में वैदिक का नाम अग्रणी है।
सिंगला ने कहा कि पत्रकारिता, राजनीतिक चिंतन, अंतरराष्ट्रीय राजनीति, हिंदी के लिए अपूर्व संघर्ष, विश्व यायावरी, प्रभावशाली वक्तृत्व, संगठन-कौशल आदि अनेक क्षेत्रों में एक साथ मूर्धन्यता प्रदर्शित करने वाले अद्वितीय व्यक्तित्व के धनी थे। सिंगला एवं बुवानीवाला ने कहा कि डा. वेदप्रताप वैदिक देश के उन चुनिंदा पत्रकारों में से एक थे, जिन्हें अंतरराष्ट्रीय मुद्दों, देश के सियासी हालातों, समसामयिक ज्वलंत विषयों की गहरी समझ थी।
डा. वैदिक की भाषा शैली बेहद सरल व आम आदमी से जुड़ी हुई थी। उनकी निर्भीकता का अनुमान इसी बात से लगाया जा सकता है कि कुछ साल पहले वे पाकिस्तान में आतंकी सरगना, मुम्बई हमलों के मास्टर माइंड हाफ़िज़ सईद के घर तक पहुंच गए थे। हाफ़िज़ से डा वैदिक ने कई ऐसे सवाल पूछे जिसे पूछने की आज तक कोई हिम्मत नहीं कर पाया। भारत की कई आतंकी वारदातों के षड्यंत्रकारी सईद काफ़ी असहज नजर आए। उल्लेखनीय है कि उसे यूएनओ ने भी खूंखार आतंकवादी घोषित किया हुआ है।
फाइल फोटो वरिष्ठ पत्रकार डा. वेदप्रताप वैदिक।