ब्यूरो चीफ सैयद हामिद अली
5 वर्षीय बाला के की जवाहरलाल नेहरू हॉस्पिटल की कैजुअल्टी मैं 25 तारीख को रात्रि आया इसकी पीठ पर गोली के निशान थे उसने पर पता चला की बच्ची के खेल-खेल में नीलगाय को भगाने में प्रयुक्त होने वाली बंदूक से उसको गोली लगी है अस्पताल में आने के बाद उसकी सिटी स्कैन करने पर यह पता चला कि यह गोली फेफड़ों के आर पार जाकर छाती में अटक गई है डॉक्टर प्रशांत कोठारी ने मरीज को कैजुअल्टी में देखा तथा उसके पिताजी और घरवालों को ऑपरेशन के लिए कहा क्योंकि देरी होने पर जान का खतरा बढ़ जाता है इसलिए उसको तुरंत ऑपरेशन के लिए भेजा गया सर्जरी से जब मरीज की छाती खोली गई तो यह देखने में आया की गोली लिस्ट जयपुर से आर पार जा चुकी थी तथा फेफड़ा पूरी तरह जिसको कुशलतापूर्वक रिपेयर किया गया गोली उसकी छाती के आगे जाकर मतलब के बीच पर अटकी थी जो दबाने पर महसूस नहीं की जा रही थी लेकिन सिर्फ एक्सरे में दिखाई दे रही थी रेडियोलोजी विभाग की प्रोफेसर डॉक्टर अविनाश सी मदद जी उसके एक्सीलेटर के अंदर लिए गए यह दिखा की गोली गोली एक शीला में है काफी मशक्कत के बाद ऑपरेशन कर गोली को बाहर निकल गया