छोटे से एक कार्ड में दर्ज होगी लोगों के स्वास्थ्य से संबंधित तमाम जानकारी
- आयुष्मान भारत हेल्थ अकांउट के निर्माण को लेकर स्वास्थ्य कर्मियों को दिया गया प्रशिक्षण
- स्वास्थ्य सेवाओं के डिजिटाइजेशन का हो रहा प्रयास, स्वास्थ्य सेवा का बेहतर क्रियान्वयन होगा संभव
अररिया, 21 मई ।
आयुष्मान भारत डिजिटल मिशन के तहत स्वास्थ्य संबंधी तमाम सेवाओं के डिजिटेलाइजेशन को बढ़ावा दिया जा रहा है। इसके तहत अब लोगों को डिजिटल हेल्थ आईडी की सेवा उपलब्ध होगी। इसके माध्यम से लोगों के स्वास्थ्य रिकार्ड को डिजिटली संरक्षित होगा। आभा यानि आयुष्मान भारत हेल्थ अकाउंट लोगों के हेल्थ हिस्ट्री को एक जगह सहेजने के लिहाज से महत्वपूर्ण है। इसे डिजिटल हेल्थ कार्ड नाम दिया गया है। जिले में डिजिटल हेल्थ कार्ड निर्माण की प्रक्रिया जल्द शुरू होने वाली है। इसे लेकर शनिवार को विशेष प्रशिक्षण कार्यक्रम का आयोजन डीपीएम स्वास्थ्य रेहान अशरफ की अध्यक्षता में आयोजित की गयी। इसमें प्रशिक्षक के रूप में भाग लेते हुए पिरामल स्वास्थ्य के डीपीएल संजय कुमार झा व पीएल राजीव कुमार ने भाग लेते हुए स्वास्थ्य अधिकारियों को डिजिटल हेल्थ कार्ड निर्माण के महत्वपूर्ण पहलूओं से अवगत कराते हुए इससे होने वाले लाभ की जानकारी दी। प्रशिक्षण कार्यक्रम में डीपीएनई सभ्यसांची पंडित, डीएएम सनोज कुमार, डीसीएम रमण कुमार सहित सभी प्रखंड अनुश्रवण व मूल्याकांन पदाधिकारी मौजद थे।
हेल्थ कार्ड में संधारित होगी मरीज के स्वास्थ्य संबंधी जानकारी :
स्वास्थ्य अधिकारियों को प्रशिक्षण देते हुए पिरामल के डीपीएल संजय कुमार झा ने बताया कि आयुष्मान भारत हेल्थ अकांउट में आप अपने सभी मेडिकल रिकॉर्डस, डॉक्टर के प्रिस्केपशन, लैब रिपोर्ट, हॉस्पिटल रिपोर्ट सहित अन्य स्वास्थ्य रिकार्ड को सहेज कर रख सकते हैं। ये सारे डॉक्यूमेंटस 14 अंकों के हेल्थ आईडी के जरिये कभीं भी एक्सेस किया जा सकेगा। पिरामल स्वास्थ्य के पीएल राजीव कुमार ने बताया कि किसी चिकित्सक को अपने पूरी मेडिकल हिस्ट्री बताने के लिये रोगी को सिर्फ अपना आईडी नंबर बताना होगा। एक तरह से ये डिजिटल हेल्थ रिकार्ड है। जिसमें आपकी पर्सनल हेल्थ हिस्ट्री होगी आधार, मोबाइल नंबर व ड्राइविंग लाइसेंस के जरिये हेल्थ आईडी बेहद आसान तरीके से क्रिएट किया जा सकता है।