तीन सौ किलोमीटर पैदल चलकर हरिद्वार से गांव में काबड लेकर आए दस से तेरह वर्ष के हैं तीनों बच्चे
दीपक शर्मा (संवाददाता)
बरेली : बहेड़ी के थाना क्षेत्र के गांव में तीन बच्चे हरिद्वार से कांवड़ लेकर पहुंचे कहा जाता है कि दिल मे जज्बा और सच्ची श्रद्धा हो तो भक्ति के मार्ग मे उम्र भी बाधक नहीं होती है। यह नजारा रविवार को उस समय देखने को मिला जब सिंतरा गांव की कांबड़ मे दस से तेरह वर्षीय तीन बच्चे अपने पिताओं के साथ कांबड़ लेकर गांव पहुंचे हैं। गांव सिंतरा निवासी रामवहादुर मौर्य का दस वर्षीय पुत्र अरविन्द अपने पिता के साथ हरिद्वार से कन्धे पर कांबड़ रखकर लगभग तीन सौ किलो मीटर पैदल यात्रा करके आया। इसके अलावा यहां के गिरवर उर्फ पप्पू का तेरह वर्ष का पुत्र अंकित तथा छात्रपाल मौर्य का बारह वर्ष का पुत्र सतीश भी कांबड़ लेकर आये । जिन्हे देखने वाले उनकी हिम्मत और भक्ति की काफी प्रशंसा कर रहे हैं।
गांव सिगंतरा से कांबरियों का जत्था 24 जुलाई को रवाना हुआ था ।जो रविवार को गांव के शिव मन्दिर पर पहुंच गया। और यह सोमवार को गांव के ही मंदिर पर जलाभिषेक करेगें।