उत्तर प्रदेश के जनपद आजमगढ़ के मेहनगर तहसील के तहसीलदार द्वारा अवैध कब्जा के मामले में भ्रामक आख्या रिपोट दिये जाने के संबंध में आज हम बात करने जा रही हूं आप सभी दर्शकों को अवगत कराना है कि मेहनगर तहसीलदार के सरकारी भवन के कैंटीन पर एक व्यक्ति द्वारा आज बीस साल से अपनी आफीस बना कर अवैध कब्जा किया गया हैं। सज्जनों आप जानकारी के लिए बता दे कि इसी आफीस से मेहनगर तहसील में न्याय का ठीका होता हैं। जिसके वातत जिलाधिकारी आजमगढ़ के यहां सरकारी भवन के कैंटीन पर अवैध कब्जा को लेकर शिकायत किया गया था। उक्त शिकायत पत्र पर मेहनगर वर्तमान तहसीलदार श्री चमन सिंह ने शिकायत पत्र के निस्तारण के संबंध में अपने आख्या रिपोट में कैंटीन से कब्जा हटवाया दिया गया हैं। की रिपोट लगाई गई हैं। जो आख्या रिपोट असत्य है व निराधार हैं अभी भी तहसील के कैंटीन पर व्यक्तिगत रूप से अवैध कब्जा है जिसकी जांच किए जाने की आवश्यकता हैं। जनपद के किसी उच्चाधिकारियों से जांच कराने पर तहसीलदार चमन सिंह के आख्या रिपोट की पोल अपने आप खुल जायेंगी। अगर निष्पक्ष जांच हुई तो भ्रामक रिपोट लगाने वाले वर्तमान तहसीलदार के विरुद्ध कार्यवाही होना भी तै हैं। मेंहनगर तहसीलदार महोदय की कार्यप्रणाली के चलते मेहनगर की गरीब जनता में जबरदस्त आक्रोश हैं। मेंहनगर तहसीलदार के कार्यप्रणाली के जांच की नितांत आवश्यकता हैं जिससे की कैंटीन से अवैध कब्जा हट सकें। मेहनगर तहसील के कैंटीन के मामले में तहसील प्रशासन की आख्या रिपोट में उल्लेख किया गया हैं कि कैंटीन खाली कर दिया गया हैं। जबकि वर्तमान समय में भी सरकारी भवन कैंटीन पर अवैध कब्जा बरकरार है । लेकिन मेहनगर तहसील प्रशासन ने अपने आख्या रिपोट में कैंटीन से कब्जा हटावा दिया गया हैं। बताया गया हैं जरा तहसीलदार के संलग्न आख्या रिपोट को गौर से देखे। फिर तहसीलदार के द्वारा संलग्न फोटो का अवलोकन करें। अगर यही कोई गरीब कब्जा किया होता तो यह तहसीलदार महोदय उससे कैंटीन खाली कराते ही कराते उसके बाद उक्त व्यक्ति से छति पूर्ति भी वसूलते। सवाल यह उठता हैं कि मेहनगर तहसीलदार एक न्याय पूर्ण अधिकारी हैं तो भ्रामक व असत्य आख्या रिपोट क्यों लगा कर प्रार्थना पत्र का निस्तारण किये हैं। आख्या रिपोट से यह साफ हो गया कि वर्तमान तहसीलदार एक भ्रष्टाचारी अधीकारी हैं। जिससे न्याय पाना आसमान में तारा गीनने के समान हैं। तहसीलदार अवैध कब्जाधारी को बचाने के लिए एक खंडहर जैसे छाया प्रति का फोटो अपने आख्या रिपोट में संलग्न किए हैं यह भी एक सवाल खड़ा कर रहा है कि जिम्मेदार अफसरों के बिच यह कैसा फोटो ग्राफ हैं जो हास्यप्रद हैं भ्रामक आख्या रिपोट लगाने को लेकर तहसीलदार के विरुद्ध कार्यवाही की मांग वी वी न्यूज संस्थान करता है। वीवी न्यूज संस्थान किसी पर उंगली नहीं उठाता लेकिन जहां अन्याय व भ्रष्टाचार होता हैं वहां चुप भी नहीं बैठता है नमस्कार धन्यवाद फिर मिलता हूं अगले दिन नयी स्टोरी व नयी कहानी के साथ