दक्ष बन्दियों को दीया बनाने के लिए सीडीओ ने दिए इलेक्ट्रिक चाक
अम्बेडकरनगर
जिला कारागार मरैला में निरुद्ध बन्दियों के पुनर्वासन एवं उनके नैतिक, सामाजिक व आर्थिक उत्थान के उद्देश्य से मुख्य विकास अधिकारी घनश्याम मीणा की अध्यक्षता में कुम्हारी कला में प्रशिक्षित बंदियों के लिए कार्यशाला का आयोजन मंगलवार को हुआ। कार्यशाला का शुभारम्भ दीप प्रज्वलित कर किया गया। कार्यशाला के दौरान सीडीओ ने दक्ष बंदियों को मिट्टी का दीया बनाने के दो इलेक्ट्रॉनिक चाक देने के साथ सम्मानपूर्वक जीवन बिताने की महत्ता पर बल देते हुए कहा कि कम से कम एक हजार दीया प्रत्येक बन्दी बनाएं। मौजूदा समय में जेल में 900 बन्दी निरुद्ध हैं। ग्रामोद्योग रोजगार योजना के तहत गोबर से बनी धूपबत्ती, अगरबत्ती, दीपक एवं लोबान से पर्यावरण को बचाने में सहायक बायोडिग्रेडेबेल उत्पादों को निर्मित करने का प्रशिक्षण रीता कुमारी से दिलाने का आश्वासन सीडीओ ने दिया। डिप्टी कमिश्नर राष्ट्रीय ग्रामीण साक्षरता मिशन राम बहाल यादव, जिला उद्योग उपायुक्त आशुतोष पाठक एवं जिला ग्रामोद्योग अधिकारी राकेश दुबे ने बंदियों को स्वरोजगार तथा अपराध से दूर रहने के लिए प्रेरित किया। जेल अधीक्षिका हर्षिता मिश्रा ने अतिथियों को बुकें देकर तथा वोट ऑफ थैंक्स देकर कार्यक्रम का समापन किया। कारापाल गिरिजा शंकर यादव समेत समस्त स्टाफ व सुरक्षा कर्मी मौजूद रहे।