प्रधानमंत्री सुरक्षित मातृत्व अभियान दिवस के साथ मनाया गया अंतरा दिवस
हर माह की नौ तारीख को आयोजित होने वाले प्रधानमंत्री सुरक्षित मातृत्व अभियान दिवस के साथ इस बार जिले के समस्त स्वास्थ्य केन्द्रों ,उपकेंद्रों व हेल्थ एवं वेलनेस सेंटर पर विशेष अंतरा दिवस का आयोजन किया गया। त्रैमासिक गर्भनिरोधक इंजेक्शन अंतरा के बारे में जानकारी देने के साथ – साथ सेवा भी दी गई | इसके साथ ही सुरक्षित संस्थागत प्रसव को बढ़ावा देने के लिए प्रधानमंत्री सुरक्षित मातृत्व अभियान के तहत दूसरे व तीसरे माह की गर्भवती का भी मुफ्त परीक्षण किया गया। सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र जलालाबाद में गर्भवती की काउंसलिंग की गई और बच्चों के बीच अंतर रखने बाली महिलाओं को अंतरा इंजेक्शन के माध्यम से परिवार नियोजन की सुबिधा भी दी गई |
प्रभारी चिकित्सा अधिकारी डॉ अजय यादव ने बताया कि 89 गर्भवती का परीक्षण किया गया जिसमें 18 महिलाओं को उच्च जोखिम वाली गर्भावस्था में रखा गया है जिनका हिमोग्लोबिन सात मिलीग्राम से कम था उनको आयरन सुक्रोज के इंजेक्शन लगाए गए जिससे उनमें आई खून की कमी को दूर किया जा सके। केन्द्र पर 39 महिलाओं को अंतरा इंजेक्शन की सेवा प्रदान की गई। परिवार नियोजन कार्यक्रम के नोडल अधिकारी डॉ राम मोहन तिवारी ने बताया कि ग्रामीण इलाकों की महिलाएं अपने निकटवर्ती सेंटर पर जाकर इंजेक्शन लगवा सकती हैं। इंजेक्शन लगवाने वाली महिलाओं का अंतरा केयरलाइन 1800-103-3044 पर पंजीकरण हो जाएगा। जहां से समय-समय पर काउंसिलिंग होती रहेगी। इस टोल फ्री नंबर से महिलाएं बड़ी ही आसानी से अपने हर सवालों के जवाब घर बैठे ही ले सकती हैं। जिला परिवार नियोजन विशेषज्ञ ने बताया कि अंतरा इंजेक्शन परिवार नियोजन के साधनों में एक बढ़िया साधन है जो कि तीन माह में महिलाओं को लगाया जाता है । अंतरा इंजेक्शन सुविधाजनक व सुरक्षित है। महिलाएं इसे अपनाकर बड़ी आसानी से गर्भधारण के समय में अंतर रख पाती हैं। इसको लगवाने के बाद तीन महीने तक किसी भी गर्भ निरोधक साधन की जरूरत नहीं पड़ती है।जिससे इसकी मांग बढ़ रही है। उन्होंने बताया कि आज जिले में 118 महिलाओं ने अंतरा इंजेक्शन की सेवा ली हैं। क्या है अंतरा इंजेक्शन
तीन महीने के अंतर पर लगने के कारण इसे अंतरा कहते हैं, लेकिन इसका वास्तविक नाम डीएमपीए इंजेक्शन है |महिलाएं गर्भधारण से बचने के लिए हर तीन महीने में इसका इस्तेमाल कर सकती हैं। सरकारी अस्पतालों में यह इंजेक्शन निःशुल्क लगाया जाता है। लंबे समय तक गर्भ से बचने के लिए इसे तीन महीने के अंतराल पर लगवाना होता है यानि एक साल में चार बार, वहीं जब महिला पुन: गर्भवती होना चाहती है, तो अंतिम इंजेक्शन के चार माह बाद पुन: गर्भधारण संभव है। कौन लगवा सकता है l ह महिलाएं जिनका परिवार अभी पूरा नहीं हुआ है, लेकिन अभी बच्चे नहीं चाहती हैं या दो बच्चों में अंतर रखना चाहती हैं। अनचाहे गर्भधारण से बचने के लिए व प्रसव के बाद बच्चे को दूध पिलाने वाली माताएं छह सप्ताह बाद तिमाही गर्भ निरोधक अंतरा इंजेक्शन लगवा सकती हैं।