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देहरादून, 30 सितम्बर। एमटीवी बुद्धिस्ट रिलिजियस एवं चैरिटेबल ट्रस्ट द्वारा संचालित गौतम बुद्ध चिकित्सा महाविद्यालय एवं डॉ केकेबीएम सुभारती अस्पताल, झाझरा देहरादून में उत्तराखंड राज्य एड्स नियंत्रण समिति के सहयोग से एआरटी (एन्टी-रैट्रोवायरल थैरेपी) केंद्र का उद्घाटन प्राचार्य एवं मुख्य चिकित्सा अधीक्षक डॉ. देश दीपक द्वारा किया गया। कार्यक्रम में विशेष अतिथि के रूप में उत्तराखंड राज्य एड्स नियंत्रण समिति से गगनदीप लूथरा, सहायक निदेशक (मूल्यांकन एवं अनुश्रवण) एवं प्रभारी-सीएसटी कार्यक्रम शामिल हुए। अन्य अतिथियों में “अलायंस इंडिया” के कार्यक्रम प्रभारी मुबारक अली, “विहान” परियोजना के समन्वयक अतुल नेगी, जिला कारागार देहरादून के चिकित्सा अधिकारी डॉ अंकित गोसाईं एवं फर्मासिस्ट संदीप नेगी तथा “विहान” परियोजना की फील्ड अधिकारी कु. रोशनी शामिल रहें ।
कार्यक्रम की अध्यक्षता करते हुए प्राचार्य डॉ देश दीपक ने बताया कि एचआईवी/एड्स रोगियों के उपचार हेतु आज नई दवाएं उपलब्ध है, जिनको एआरटी (एन्टी-रैट्रोवायरल थैरेपी) कहते हैं। इसकी मदद से एचआईवी/ एड्स के साथ जी रहे लोग लगभग सामान्य जीवन जी सकते है। यह दवाईयां निःशुल्क प्रदान की जाती है। एआरटी के नियमित सेवन से व्यक्ति के शरीर में एचआईवी वायरस के फैलने की गति को धीमा करता है। हालाकी एड्स का कोई सम्पूर्ण इलाज नहीं है, लेकिन एआरटी प्राप्त करने वाला व्यक्ति कम बीमार पड़ता है। कार्यक्रम का संचालन अस्पताल के मार्केटिंग, प्रचार एवं जन संपर्क प्रमुख डॉ. प्रशान्त कुमार भटनागर ने किया। डॉ प्रशान्त कुमार भटनागर ने संयुक्त राष्ट्र के सतत विकास लक्ष्य की दिशा में एचआईवी/एड्स नियंत्रण के प्रयासों पर प्रकाश डाला।
एआरटी केंद्र की नोडल अधिकारी डॉ अल्पना सक्सेना ने बताया कि सुभारती अस्पताल में एआरटी केंद्र स्थापित होने से पछुवादून के एचआईवी/ एड्स रोगियों को बहुत मदद मिलेगी, साथ ही हिमाचल एवं उत्तर प्रदेश के आस-पास के जिलों के रोगियों को भी लाभ मिलेगा। इस केंद्र में सभी सुविधाएँ नि:शुल्क उपलब्ध हैं। मेडिसन विभागाध्यक्ष डॉ आशुतोष मिश्रा एवं बाल रोग विभागाध्यक्ष डॉ आभास गुप्ता ने भी अपने विचार प्रकट किये।
इस अवसर पर अस्पताल प्रंबधन समिति के अध्यक्ष डॉ अनिल मोंगिया, चिकित्सा अधीक्षक डॉ राहुल शुक्ला, उप-चिकित्सा अधीक्षक डॉ आरएस असवाल, सहायक चिकित्सा अधीक्षक डॉ दीपिका भयाना, सामुदायिक चिकित्सा के आचार्य डॉ जयराज सिंह हँसपाल, साइकॉलजी के आचार्य डॉ राजीव डोगरा एवं एआरटी केंद्र का समस्त स्टाफ उपस्थित रहा।