काउंसलिंग में चयनित शिक्षकों की जल्द से जल्द हो नियुक्ति,चयनित शिक्षकों को अब तक नियुक्ति पत्र नहीं दिया जाना दुर्भाग्यपूर्ण:-राजू सिंह
अररिया संवाददाता
अररिया – बिहार में 94000 पदों पर लंबे समय से जारी शिक्षक भर्ती प्रक्रिया दो साल से ऊपर होने के बावजूद आज तक पूर्ण नहीं हो पाई है। दो फेज की काउंसेलिंग उपरांत लगभग 45000 अभ्यर्थियों का चयन हो चुका है,वे नियुक्ति पत्र का इंतजार कर रहे हैं।वहीं दूसरी तरफ 45000 से 50000 शिक्षकों के पद खाली रह गए हैं।इन पदों पर शिक्षक बनने की बाट जोह रहे शिक्षक अभ्यर्थी मानसिक रूप से परेशान हो चुके हैं । बेरोजगारी की मार झेल रहे शिक्षक अभ्यथियों की स्थिति काफी दयनीय हो चुकी है। इस मामले को लेकर टीईटी प्रारंभिक शिक्षक संघ के प्रदेश संयोजक श्री राजू सिंह ने प्रेस विज्ञप्ति जारी कर कहा कि प्रदेश के सभी शिक्षक अभ्यर्थियों के मानसिक व्यथा को देखते हुए अब धैर्य टूटता जा रहा है।सरकार की अभ्यर्थी विरोधी नीति से शिक्षक अभ्यर्थियों में काफी रोष व्याप्त है।मुख्यमंत्री और शिक्षा मंत्री को इस मुद्दे पर संज्ञान लेकर अति शीघ्र भर्ती प्रक्रिया को पूर्ण करना चाहिये ।उन्होंने कहा कि एक तरफ विद्यालय में शिक्षकों की कमी के वजह से गुणवत्ता पूर्ण शिक्षा प्रभावित हो रही है वहीं दूसरी तरफ नियोजन प्रक्रिया पूर्ण कर चुके शिक्षक अभ्यर्थियों की नियुक्ति को बेवजह टाला जाना शिक्षा अधिकार कानून का सीधा उलंघन है। इस दिशा में ध्यान केंद्रित करते हुए सरकार को चयनित अभ्यर्थियों को अविलंब नियुक्ति पत्र जारी करना चाहिए साथ ही शेष बचे हुए पदों के लिए अगले चरण के काउंसलिंग का शेड्यूल जारी करना चाहिए। प्रदेश संयोजक श्री राजू सिंह ने कहा कि सूबे के सभी टीईटी शिक्षक आगमी 5 सितंबर को शिक्षक दिवस के दिन टीईटी अभ्यर्थियों के लिये सपरिवार उपवास कार्यक्रम रखेगा साथ ही अगर सरकार समय से नियोजन प्रक्रिया को पूरा नहीं करती है तो संगठन चरणबद्ध आन्दोलन करने के लिए बाध्य होगा।