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बारिश के मौसम में बढ़ जाता है मच्छर जनित बीमारी का खतरा ।
तीन दिन से अधिक बुखार रहने पर प्रार्थिमिकता के आधार पर कराएं जांच ।
अररिया ।
बरसात के मौसम में मच्छरों के काटने से होने वाली बीमारियों का प्रकोप बढ़ जाता है। घर के आसपास जलजमाव होने से इस में मच्छर पनपने लगते हैं । इस लिए मच्छरों से खुद का बचाव हर किसी के लिए जरूरी होता है। मच्छर के काटने से डेंगू , मलेरिया , चिकनगुनिया जैसे रोग बेहद आम है। जो हमारे सेहत को गंभीर रूप से प्रभावित करता है। इन रोगों के रोकथाम के लिए फिलहाल कोई वेक्सिन उपलब्ध नहीं है। इस लिए मच्छरों से अपना बचाव करना जरूरी है। इसके लिए जरूरी है कि हम अपने घर के आसपास पानी का जमाव नहीं होने दें । रोग से बचाव को लेकर पूरी तरह सतर्क रहने की जरूरत है। रोग से जुड़े सामान्य लक्षण रहने पर जरूरी जांच करते हुए तत्काल इलाज कराना जरूरी होता है। उक्त बातें फारबिसगंज स्थित नगर के मशहूर फिजिशियन व बच्चा रोग विशेषज्ञ डा फैज रहमान ने कहा। उन्होंने बताया मच्छरों से होने वाले रोग से बचाव के लिए जरूरी है की अपने घर आसपास पानी का जमाव नहीं होने दें । डेंगू के मच्छर साफ पानी में पनपते हैं । वहीं मलेरिया के मच्छर गंदे पानी , नाले व जलजमाव वाले इलाके में पनपते हैं । इस लिए ये जरूरी है की अपने आसपास पानी का जल जमाव नहीं होने दें । विशेष हालात में दोनो ही रोग लोगों के लिए जान लेवा साबित हो सकता है। डेंगू के मामले में रोगी के शरीर में प्लेटलेट्स की संख्या तेजी से कम होने लगती है। सामान्य स्वस्थ लोगों के शरीर में 1,5 लाख से 4,5 लाख तक प्लेटलेट्स होते हैं । जबकि इसकी संख्या 50 हजार से कम होने लगे तो तब रोगी के जान का खतरा बढ़ जाता है । तेज बुखार, त्वचा पे लाल निशान , सांस लेने में दिक्कत , सिरदर्द , शरीर में सूजन डेंगू के सामान्य लक्षण हैं । वहीं मलेरिया के मामले में तेज बुखार , सिरदर्द, जी मचलाना , मांसपेशियों व जोड़ों में दर्द की शिकायत होती है । इस तरह की शिकायत रहने पर तत्काल जांच व इलाज को प्रार्थिमिकता देने की बात कही ।
मच्छर जनित रोग से बचाव के लिए करें उपाय ।
घर के आसपास पानी का जमाव नहीं होने दें ।
घर के कूलर, गमलों व बाल्टी का पानी हर दिन बदलें ।
घर का खिड़की व दरवाजे जरूरत पर ही खोलें ।
मच्छरों को दूर करने के लिए उपलब्ध उत्पाद का प्रयोग करें।
बच्चों को पूरी बाजू वाले कपड़े पहनाए।
घर में कहीं भी पानी को खुला नहीं छोड़ें ।