दीपक शर्मा (जिला संवाददाता)
बरेली : हिन्दी पत्रकारिता दिवस के अवसर पर उपजा प्रेस क्लब में विचार गोष्ठी के मुख्य वक्ता जनसत्ता के पूर्व समाचार संपादक शम्भू नाथ शुक्ल और हिंदुस्तान टाइम्स के पूर्व स्टेट हेड अनिल माहेश्वरी ने कहा कि हिन्दी पत्रकारिता ने देश की आजादी से लेकर आज तक अपना विशेष योगदान दिया है। उन्होंने कहा कि वर्तमान समय में पत्रकारिता बुरे दौर से गुजर रही है क्योंकि पहले पत्रकारिता मिशन थी और अब कारोबार बन गया है। पत्रकारिता पर अब पूंजीपतियों के कब्जा हो चुका है। इसलिए पत्रकारिता भी विशुद्ध व्यापार हो गई है। उपजा प्रेस क्लब के अध्यक्ष डॉ पवन सक्सेना ने भी हिंदी पत्रकारिता दिवस पर पत्रकारों की भूमिका पर प्रकाश डाला। उन्होंने कहा कि पत्रकारिता को जनसरोकार से जुड़े मामलों को प्रमुखता के साथ उठाना चाहिए। निर्भय सक्सेना ने बरेली के पत्रकारिता पर प्रकाश डाला ।
इस अवसर पर जनार्दन आचार्य, वीरेंद्र अटल, मुकेश तिवारी, नीरज आनंद, पुत्तन सक्सेना, ललित कश्यप, विजय सिंह, अशोक शर्मा उर्फ लोटा, विवेक मिश्रा, मो समी, शुभम ठाकुर, शंकर लाल समेत तमाम पत्रकार मौजूद रहे।