“विकास खण्ड अतरौलिया के हैं
संगीत साधक गायक मासूमअली
विवेक जायसवाल की रिपोर्ट
अतरौली आजमगढ़ बता दें कि अतरौलिया क्षेत्र के ग्राम खीरीडिहा के निवासी गायक मासूम अली का कहना है कि जीवन एक मनोरंजन है इसमें हर इंसान अपने अपने हिस्से का किरदार निभा रहा है। संगीत एक विद्या है जो गुरुओं के समने रेयाज करने और साधना के बाद विकसित होती है फिर वह संगीत के रूप में पूरी दुनिया में उस साधक को कलाकार बना कर श्रोताओं और दर्शकों के सामने परोस देती है। नाम होता है मासूम अली फेमस सेमी क्लासिकल सिंगर।
बचपन से ही हर एक बच्चे के मन में एक शौक होता है कुछ समय बाद वह शौक जुनून बन जाता है। शौक जब संगीत का हो तो जुनून बनते देर नहीं लगती। गायक मासूम अली को जीवन का पहला पुरस्कार 2 रुपए प्राइमरी पाठशाला में 15 अगस्त के दिन गाना गाते समय मिला था। वही संगीत जिसने पूर्वांचल को एक अच्छा कलाकार दिया। आज वह कलाकार मासूम अली पूरे पूर्वांचल ही नहीं बल्कि अपने गीत और अपने गाने के अंदाज से पूरे देश को अपने परंपरिक गीत ,ग़ज़ल , संगीत से देशवासियों का मनोरंजन कर रहे हैं।
अपने गायन से हिंदी ,सुगम संगीत, भजन , पारंपरिक गीत , जो समय के साथ सुना जाता है लगभग 250 गीत विभिन्न कंपनियां और ओटीटी प्लेटफार्म से मासूम अली ने गाया है। मंच के माध्यम से लगभग 3000 मंचो पर लाइव प्रोग्राम दे चुके हैं आज संगीत की शिक्षा लेने के बाद खुद संगीत की शिक्षा देते हैं और संगीत की सेवा करते हैं समाज में संगीत का होना जरूरी है । संगीत ही एक ऐसी चीज है। जो सारे बंधनों को सारे रिश्तो को सारे प्राकृतिक आयामों को अपने अंदर समेट कर सभी को जीवित रखने का प्रयास और अथक परिश्रम कर के श्रोता और दर्शक को खुशी महसूस करवाती है।
मासूम अली का अभी सावन में लोकगीत के माध्यम से दो एल्बम लॉन्च हुआ हैं। जिसका नाम है 1:-गिरे बूंद-बूंद जल, और 2:-मोरे प्यारे बलमा, दर्शकों और श्रोताओं का भरपूर आशीर्वाद मिला अभी आने वाले नवरात्रि दशहरा में देवी गीत का एल्बम लांच होने वाला है जिसका नाम (गउवां के काली माई )आप लोगों के बीच में प्रस्तुत हो रहा है। इसी तरह संगीत की साधना करते हुए संस्कृतिक परंपरा को समृद्धि और स्वास्थ्य मनोरंजन करता रहूं यही मेरा प्रयास है।
वी वी न्यूज़ तहसील संवाददाता विवेक जायसवाल की रिपोर्ट, खबर के लिए संपर्क करें 9452717909