श्रद्धालुओं की भीड़ से गुलजार हुआ मेला गोविंद साहब
विवेक जायसवाल की रिपोर्ट
अतरौलिया आजमगढ़ पौराणिक मेला गोविंद साहब
की शुरुआत इस बार भले ही बहुत अच्छी न रही हो, लेकिन खुशगवार मौसम होने के कारण अब श्रद्धालुओं की भारी भीड़ उमड़ने से मेला पूरे शबाब पर है। पूर्वांचल के विभिन्न अंचलों से आने वाले ऐसे श्रद्धालु जो गोविंद दशमी स्नान पर्व से वंचित रह गए थे वह अब मेला पहुंच स्नानोपरांत महात्मा गोविंद साहब की समाधि पर मत्था टेकने के बाद मेले का आनंद ले रहे हैं।लिहाजा मेले में भीड़ के पहुंचने का सिलसिला लगातार जारी रहने से मेला व्यवसाई भी प्रसन्नचित्त नजर आ रहे हैं। वहीं मेले के जिला पंचायत क्षेत्र में साफ सफाई एवं रंग रोगन का कार्य संतोषजनक न हो पाने के कारण मेला व्यवसायियों को सफाई आदि का कार्य स्वयं करना पड़ रहा है। बावजूद इसके महात्मा गोविंद साहब की आस्था में अटूट विश्वास रखने वाले हजारों श्रद्धालुओं के कदम बरबस ही मेले की तरफ खिंच चले आ रहे हैं। मनोरंजन संसाधनों के संचालन शुरू हो जाने से लोग जमकर मेले का लुत्फ उठा रहे हैं। वहीं मेला मजिस्ट्रेट एसडीएम मोहनलाल गुप्ता क्षेत्राधिकारी अशोक कुमार मेला कोतवाली प्रभारी चंद्रभान सिंह यादव अपने हमराहियों के साथ पूरे दिन मेले भ्रमणशील रह कर अराजक तत्वों पर पैनी नज़र रखे हुए हैं।
जिला पंचायत से मेला व्यवसाई परेशान।
पौराणिक मेला गोविंद साहब में इस बार जिला पंचायत का रुख और रवैया सैकड़ों मेला व्यवसायियों को परेशान कर दिया है। कारण की जिला पंचायत क्षेत्र में दर्जनों टिनसेड रूपी स्थाई दुकानों का निर्माण हो जाने से बाहरी जनपदों से आने वाले मेलार्थी अपनी दुकानें नहीं लगा पाए हैं तथा जो यहां के स्थानीय दुकानदार हैं वह टिनसेड में पहले से कब्जा जमाए हुए हैं जिससे बाहर से आए दुकानदारों को परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। इतना ही नहीं गत वर्षो तक 150 रूपये प्रति दुकानदार से जमीन की दैनिक वसूली को बढ़ाकर अबकी बार ढाई सौ कर दिया गया है। इससे खासकर ठेला आदि लगाने वाले छोटे मेला व्यवसायी ज्यादा परेशान हो गए हैं। बताया जाता है कि यह सब पहली बार जिला पंचायत की मनमानी एवं तानाशाही के कारण हो रहा है। जिला पंचायत के अवर अभियंता अखिलेश कुमार ने बताया कि जिला पंचायत द्वारा निर्धारित दर पर ही वसूली की जा रही है।
खतरे को दावत देता सरोवर में स्ट्रीमर
अतरौलिया गत वर्षो की परंपरा से ईतर गोविंद सरोवर में पहली बार नौका की जगह स्ट्रीमर का संचालन कराया जा रहा है। इससे मेला समिति एवं स्थानीय लोगों में काफी रोष कायम है। लोगों का कहना है कि स्ट्रीमर चलने से सरोवर में वर्षों पुरानी रंग विरंगी मछलियां जो लोगों के आकर्षण का प्रमुख केन्द्र है के मरने की संभावना बढ़ गई है। वहीं तेज रफ्तार स्ट्रीमर से स्नानार्थियों के साथ कोई भी घटना घटने की आशंका से इनकार नहीं किया जा सकता है।हालांकि मेला मजिस्ट्रेट ने शुरूआत में स्ट्रीमर का संचालन रुकवा दिया था लेकिन यह बात मठ समिति के लोगों को नागवार लगी और उन्होंने सरोवर में स्ट्रीमर का संचालन पुनः शुरू करा दिया है। मेला समिति के अलावा स्थानीय लोगों ने सरोवर में स्ट्रीमर का संचालन बंद कर नौका चलाए जाने की मांग किया है।
पूरी रात थिएटर चलाए जाने की मांग।
मेला गोविंद साहब में स्थापित मनोरंजन के सबसे मुख्य संसाधनों में शुमार शोभा सम्राट थिएटर का संचालन मेला प्रशासन की तरफ से रात्रि 2 बजे बंद करा दिया जाता है।जिससे सर्दी की रात में दो बजे के बाद से मेलार्थी इधर उधर भटकने पर मजबूर हो जाते हैं तथा इससे मेले में चोरी की आदि आशंका बढ़ जाती है। मेला व्यवसायियों ने थिएटर का संचालन सुबह चार बजे तक अनवरत कराए जाने की मांग किया है। मेला कोतवाली प्रभारी चंद्रभान सिंह यादव ने बताया कि प्रशासन के निर्देश पर तय समय तक थिएटर आदि का संचालन कराया जा रहा है।
वरिष्ठ संवाददाता विवेक जायसवाल की रिपोर्ट 9452717909