अयोध्या/जाना बाजार:————-
*किसानों ने गन्ना कर्मचारी व अधिकारियों के ऊपर लगाया उत्पीड़न करने का आरोप *
मनोज तिवारी ब्यूरो रिपोर्ट अयोध्या
गन्ना तौल क्रय केंद्र हथिगौ के किसानों ने गन्ना कर्मचारियों अधिकारियों के ऊपर अपने उत्पीड़न के साथ अपमानित करने के जैसे कई गंभीर आरोप लगाया। अपने उत्पीड़न से आक्रोशित किसानों ने मंगलवार को क्रय केंद्र पर गन्ना रखकर प्रदर्शन भी किया। अपमानित किसानों ने गन्ना समिति मसोधा से अपने नाम को काटकर मिझौडा चीनी मिल से जोड़ने की भी मांग की है। इसकी लिखित शिकायत किसानों ने गन्ना सचिव को भेज दी है। किसानों के प्रदर्शन के दौरान आक्रोश को देखकर कांटा इंचार्ज फरार हो गया।
थाना क्षेत्र हैदरगंज के हाथिगौ ग्राम पंचायत में स्थापित गन्ना सहकारी समिति मसोधा चीनी मिल का गन्ना क्रय केंद्र का है। क्षेत्र के सैकड़ों गन्ना किसान अपनी गन्ना बेचने के लिए समिति से पंजीकृत किसान हैं जिनका सट्टा बना हुआ है। समय से अपना गन्ना न बेच पाने और अपने साथ अभद्रता उत्पीड़न का आरोप लगाते हुए गन्ना किसान सुरेश तिवारी बाबा ने कहा गन्ना समिति जरूरतमंद किसानों के सटटा को छोटा कर दिया है उनका सर्वे कम किया ।और जिनके पास गन्ना ही नहीं है। उनका फर्जी सर्वे करके बड़ा सट्टा बना दिया है ।जिससे हम किसानों की पर्चियां कम आती है और बेचने में मुसीबतों का सामना करना पड़ रहा है। यही नहीं गन्ना लाने पर बोगस गन्ना बता कर बेइज्जत पूर्वक वापस भी कर दिया जाता है। और अधिकारियों से शिकायत करने पर अपमानित होना पड़ता है। गन्ना किसान लल्लू सिंह ने कहा हम गन्ना किसान अधिकारियों कर्मचारियों के उत्पीड़न से बहुत आहत हो चुके हैं ।यह भी बताया कि हम गन्ना किसान इतना बेइज्जत हो चुके हैं अपमानित हो चुके कि अब मसोधा चीनी मिल को गन्ना बेचना ही नहीं चाहते हैं। सुमित किसानों की नहीं दलालों की ही सुनती है। हम किसानों ने गन्ना सहकारी समिति मसोधा के सचिव से मिलकर अपने दर्द की कहानी बयां करते हुए लिखित सूचना देकर मांग किया है। कि हम किसानों को मिझौडा चीनी मिल से जोड़ दिया जाए हम वही अपना गन्ना बेचेंगे। अपने साथ हुए अभद्रता उत्पीड़न से पीड़ितों के द्वारा दिए शिकायती पत्र पर हस्ताक्षर करने वालों में गन्ना किसान श्याम नारायण तिवारी ,अयोध्या सिंह, रामबरन पांडे ,जमुना प्रसाद, गिरिजा अवध नारायण सिंह कमला शंकर पांडे ,शिव शंकर सिंह सहित दर्जनों किसानों ने हस्ताक्षर करते हुए अपनी मंशा जाहिर की है और कहा अबअपमान बर्दाश्त नहीं है। प्रदर्शन के दौरान टाटा इंचार्ज तरह केंद्र छोड़कर भाग खड़ा हुआ और अधिकारियों से फोन संपर्क बनाने पर संपर्क नहीं हो सका।