एक माह तक चलने वाला गोविंद साहब का ऐतिहासिक मेला प्रारंभ
विवेक जायसवाल की रिपोर्ट अतरौलिया आजमगढ़ 12 दिसंबर से शुरू होकर लगभग एक महीना चलने वाले ऐतिहासिक और पौराणिक मेला गोविंद साहब की तैयारियां लगभग पूरी हो चुकी है। अंबेडकर नगर आजमगढ़ के बॉर्डर पर लगने वाले मेले में नामित मजिस्ट्रेट निरंतर मेले का भ्रमण कर तैयारियों का जायजा ले रहे हैं
वहीं जिले के पुलिस महकमा भी मेले में कोतवाली की स्थापना को अंतिम रूप देने में जुटे हैं ।कोविड-19 के कारण मेले की स्थापना पर लगा ग्रहण छठ जाने के बाद अब मेले में दुकानों की आमद शुरू हो गई है। गोविंद दशमी पर्व पर मठ क्षेत्र की साफ-सफाई प्रशासन द्वारा की जाती है ।पिछले वर्षों से नियमित तौर पर गोविंद धाम पर दर्शन करने वाले श्रद्धालुओं के मन में भी इस बार स्नान को लेकर काफी आक्रोश है ।पिछले 35 सालों से गोविंद साहब मेले में अपनी दुकान को लेकर आने वाले प्रसिद्ध खजला व्यापारी सुभाष चंद्र भी अपनी दुकान को लेकर पहुंच चुके हैं ।वहीं मेले में घोड़ा गाय, भैंस के व्यापारी काफी संख्या में पशुओं को लेकर अपनी दुकान लगा चुके हैं। मनोरंजन के लिए हवाई झूला ,मौत का कुआं ,रात के मनोरंजन के लिए मशहूर थिएटर भी सज गए हैं। वहीं बच्चों के मनोरंजन के लिए ब्रेक डांस, ब्रिटिश लोक कला जादू, शिमला रेल जैसे बहुत से मनोरंजन के साधन आ चुके हैं ।मेले का प्रमुख प्रसाद लाल गन्ना तथा खिचड़ी की भी दुकानें लग चुकी हैं। गोविंद सरोवर के किनारे की गई बेरीकेटिंग गोविंद सरोवर किनारे सुरक्षा के लिहाज से बैरिकेडिंग की गई है ।पिछले वर्ष मेला का प्रमुख गोविंद स्नान करोना काल के चलते नहीं हुआ था ।इस बार प्रमुख स्नान की तैयारी प्रशासन द्वारा पूरी कर ली गई है । पोखरे का जल बदलाव तथा साफ-सफाई पूरा कर लिया गया है। मेले में प्रशासनिक अधिकारी बार-बार चक्रमण कर शांति व्यवस्था तथा मेले की व्यवस्था में लगे हुए हैं ।यह मेला गोविंद साहब को पूर्वांचल के श्रद्धालुओं की आस्था का प्रतीक है।
वरिष्ठ संवाददाता विवेक जायसवाल की रिपोर्ट