वी वी न्यूज यशपाल सिंह
अवैध शराब की बिक्री और ओवर रेटिंग के खिलाफ चलाया जाएगा अभियान डिप्टी कमिश्नर आबाकारी लाल बहादुर मिश्रा
उपायुक्त लाल बहादुर मिश्रा ने अवैध शराब की बिक्री और ओवर रेटिंग पर कड़ा और सख्त रुख अख्तियार कर लिए हैं जगह जगह छापामारी लाइसेंसी दुकानों को चेक करवाना समय से दुकान खोलना समय से बंद करना जिससे अवैध कारोबारियों में हड़कंप की स्थिति बन गई है और आगे उन्होंने बताया कि पूर्व की घटित घटनाओं को देखते हुए आजमगढ़ जनपद में पुलिस टीम राजस्व टीम और आबकारी टीम को लगाकर संदिग्धों पर नजर रखा जा रहा है उन्हें चिन्हित कर संयुक्त कार्यवाही किया जाएगा जब उनसे पूछा गया कि यह शराब जहरीली कैसे बन जाती है तो इस पर उन्होंने बताया कि मिथाइल इथाइल दोनों देखने में एक जैसी लगती हैं कभी-कभी शराब तस्कर मिथाइल को खरीद कर उसे लोगों में परोस देते हैं जो विष के समान होता है उसी से घटनाएं घटित होती हैं और लोगों की जाने चली जाती हैं इसको पीने से आंख की रोशनी पेट में दर्द और मरोड़ होना और अंत में मृत्यु तक हो जाती है जब उनसे पूछा गया कि आपके इंस्पेक्टर को चलने के लिए और आत्म सुरक्षा के लिए ना तो गाड़ी है ना ही अत्याधुनिक असलहे हैं तो इस पर उन्होंने बताया की कम संसाधन भले ही हैं लेकिन इनके सहयोग के लिए राजस्व टीम और पुलिस टीम भी लगाई गई है लेकिन देखा जाए तो इस विभाग से दर्जनों विभागों की सैलरी दी जाती है इसके बावजूद भी आबकारी विभाग के सिपाही इंस्पेक्टर एक ही गाड़ियों में चौराहों पर दिखते हैं उस समय लोगों को देखने में कुछ अजीब सा लगता है जर्जर हालत में गाड़ियां होती हैंउसी स्थित में इनके पुरानी और जर्जर हुए असलहे भी होते हैं जबकि इसके विपरीत शराब माफिया अत्याधुनिक असलहे से लैस होकर लग्जरी चमचमाती गाड़ियों से फर्राटे भरते हुए चलते हैं और इन्हीं गाड़ियों से शराब की तस्करी करते हैं जब आबकारी विभाग इनका पीछा करती है तो जर्जर और खटारा गाड़ियां बीच में ही धोखा दे देती हैं ऐसे ही स्थित में जांबाज और बहादुर आबकारी सिपाही और इंस्पेक्टर कैसे शराब माफियाओं का पीछा करेंगे और उनका मुकाबला करेंगे अगर किन्ही परिस्थितियों के कारण मुठभेड़ हो जाए तो इनके असलहा से फायर नामुमकिन है जबकि शराब माफिया गोलियों की ताबड़तोड़ फायरिंग से से कई लोगों को छलनी कर सकते हैं ऐसे में आबकारी विभाग के पास क्या जवाब होगा