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रिर्पोट पदमाकर पाठक
दिव्यांग कल्याण समिति ने अधिकारियो के नीद्रा टूटे, किया बुद्धि-शुद्धि यज्ञ।
जिला प्रशासन ने पानी पिलाकर दिव्यांगो के अनशन को कराया ख़त्म।
आजमगढ़।यूपी के सीएम योगी आदित्यनाथ एक तरफ दिव्यांगो के कल्याण के लिए कई तरह की योजनाएं चलाकर उन्हें लाभान्वित कर रही है तो वही दूसरी तरफ दिव्यांगो की परेशानियों को सुनने में अधिकारी लापरवाही बरत रहे है, सब मिलाकर यह कहा जा सकता है सरकार की छवि को धूमिल करने में जुटे है। इसका ताजा प्रमाण आजमगढ़ जिले में देखने को मिल रहा है। जिले के डीएम कार्यालय के ठीक सामने स्थित डा0 अम्बेडकर पार्क में पिछले 24 घंटो से दिव्यांग कल्याण समिति के बैनर तले जिले भर के दिव्यांग न्याय नहीं मिलने पर भूख हड़ताल पर बैठे है, लेकिन उनकी सुध लेने वाला कोई नहीं है, जबकि सामने ही जिले के सभी मातहतो का कार्यालय है। दिव्यांगो ने दूसरे दिन अपने भूख हड़ताल को जारी रखते हुए अधिकारियो के नीद्रा टूटे, उनकी सदबुद्धि के लिए बुद्धि-शुद्धि यज्ञ करके अपना विरोध जताया। तो वही पहले दिन दिव्यांगो ने कफन ओढ़कर प्रदर्शन किया था।यह पूरा मामला दिव्यांग कल्याण समिति के राष्ट्रीय प्रवक्ता सुनील सिंह ने बताया कि हमारे संगठन के सक्रिय सदस्यों में रानी की सराय थाना क्षेत्र के शाहखजुरा गांव निवासी नीतू पुत्री झगरू भी शामिल है। नीतू दिव्यांग है। सुनील सिंह ने बताया कि नीतू के घर जाने वाले प्रमुख मार्ग पर गांव के कुछ मनबढ़ों ने कब्जा कर लिया है। वे लोग कब्जा नहीं हटा रहे। जिससे घर आने-जाने में परेशानी हो रही। सुनील के मुताबिक उक्त जमीन से कब्जा हटाने के लिए डीएम, एसडीएम, तहसीलदार सहित अन्य ने कई बार आदेश दिया है, लेकिन कोई सुनवाई नहीं हुई। नीतू ने अपनी पीड़ा संगठन के समक्ष रखी तो सभी लोग गुरुवार को अंबेडकर पार्क में धरना प्रदर्शन शुरू कर दिए। इस दौरान प्रदर्शनकारी कफन ओढ़कर बैठे हुए हैं। इनका कहना है कि या तो कब्जा हटवाओ या फिर कफन में लपेटकर लाश को घर पहुंचाओ। सुनील सिंह ने कहा कि अगर न्याय नहीं मिला तो भूख हड़ताल जारी रहेगा। तो वही देर शाम को जिला प्रशासन दिव्यांगो के धरना स्थल पर पहुंचा और पानी पिलाकर उनके अनशन को समाप्त कराने के साथ ही टीम का गठन कर जांच कराकर कार्रवाई करने का आश्वासन दिया तब जाकर दिव्यांगो का धरना प्रदर्शन समाप्त हुआ।