प्राईवेट व्यक्तियों की जनपद मुख्यालय से लेकर तहसील मुख्यालय के कार्यालयों में कट रही चांनी
आज़मगढ़ ब्यूरो
उत्तर प्रदेश सरकार जहाँ एक ओर सरकारी कार्यालयों से प्राईवेट आदमी से काम न लेने एक आदेश जारी किया है जिससे की सरकारी न्यायालय में पार्दषिता आ सके। परंतु तहसील प्रशासन व जिला प्रशासन योगी सरकार के आदेश व निर्देश की अनदेखी कर के कमोबेश सभी कार्यालयों में इन दिनों प्राईवेट आदमियों से कार्य लिया जा रहा है। जिसका परिणाम है कि तहसील मुख्यालय पर भ्रष्टाचार चरम पर है। न्यायालयों में बिना पैसे दिये गरीब को मुकदमे में तारिख तक नहीं मिल सकतीं है। और तो और पैसे के बल पर डिग्री भी करने का ठीका इन्ही प्राईवेट कर्मचारियों द्वारा लिया जाता है
प्राप्त जानकारी के मुताबिक मेहनगर तहसील मुख्यालय पर इनदिनों भ्रष्टाचार का अड्डा बना हुआ है तहसील मुख्यालय के सभी टेबलो पर प्राईवेट आदमी को रख कर तहसील प्रशासन द्वारा कार्य लिया जा रहा है जिसके चलते वादकारीयों को अपना कार्य करने के लिए मुहमागा रूपया देना पड़ता है इस बात जब वादकारीयों ने जिलाधिकारी व उप जिलाधिकारी से कइयो बार शिकायत की गयी इसके बाद भी इन प्राईवेट कर्मचारियों के विरुद्ध आज तक कोई कार्यवाही नहीं की गई है