रिपोर्ट पदमाकर पाठक
संत सेवा संगठन आर्यमगढ़ का किया गया गठन।
आजमगढ़। संत सेवा संगठन आर्यमगढ़ की एक बैठक करतालपुर स्थित श्रीराम जानकी शिव दुर्गा मंदिर में गुरुवार क़ो संपन्न हुई। बैठक में संगठन की मजबूती एवं पदाधिकारियों की घोषणा की गई। जिसकी अध्यक्षता महंत रामविलास दास महाराज व संचालन पं. सुभाष चंद्र तिवारी कुंदन ने किया।बैठक को संबोधित करते हुए श्री श्री 1008 रामकृष्ण दास महाराज ने कहा कि आज देश के कोने-कोने में सनातन धर्म का बिगुल बजाने वाले सनातन धर्मरक्षक साधु, संत महात्मा के साथ जो उत्पीड़न किया जा रहा है। इससे साधु समाज में रोष व्याप्त है। जिस सौहार्द व प्रेम के बल पर समाज की सेवा, रक्षा व दिशा प्रदान की जाती है।आज उसी का अभाव हो गया है। संगठन के पदाधिकारियों तथा श्रद्धालु भक्तों से निवेदन करना चाहूंगा कि आपसी वैमनस्यता मिटाकर गरीबों असहायों से प्रेम तथा उनकी मदद करें।किसी विद्वान ने लिखा है कि प्रेम निर्गुण को भी गुणवान बना देता है। प्रेम हैवान को इंसान बना देता है। बैठक में इसके बाद पदाधिकारियों की घोषणा की गई। जिसमें संरक्षक मुन्ना बाबा दैवज्ञधाम, महंत राम चरण दास महाराज, खड़कपुर, महंत रामविलास दास महाराज अयोध्या, अध्यक्ष महंत निर्मलदास महाराज रामघाट कुटी को घोषित किया गया। वहीं महंत मंगल दास महाराज मधुबनकुटी, शम्भूदास महाराज सुम्भी, राजेश्वर दास महाराज को उपाध्यक्ष बनाया गया वहीं प्रधान मंत्री की जिम्मेदारी श्री श्री 1008 रामकृष्ण दास महाराज करतालपुर आजमगढ़ को दी गई। वहीं मंत्री पं. सुभाष चंद्र तिवारी कुंदन, उपमंत्री पं.संजय कुमार पाण्डेय श्रीराम जानकी मंदिर, गुरुघाट, महंत रामाश्रय दास महाराज लखराव पोखरा महंत दिवाकर दास महाराज मौनी बाबा, दौलताबाद को नामित किया गया। वहीं कोषाध्यक्ष महंत श्याम नारायण दास जी महाराज पकड़ी डुभाव चुने गए।अंत में संरक्षक राम चरण दास महाराज तथा रामविलास दास महाराज ने सभी मनोनीत पदाधिकारियों को माल्यार्पण कर संगठन की आवाज को उठाने के लिए अपील किया।