आज़मगढ़ आजमगढ़:धरने के नाम पर अपनी जेब भरने में लगे थे,ये नेता जी,ऑडियो हुआ वायरल, पहले से कई आपराधिक मुकदमे दर्ज पुलिस ने पहुंचाया जेल

आजमगढ़:धरने के नाम पर अपनी जेब भरने में लगे थे,ये नेता जी,ऑडियो हुआ वायरल, पहले से कई आपराधिक मुकदमे दर्ज पुलिस ने पहुंचाया जेल

*एहसान तो फरामोश निकला– आप को समझाते हैं क्यों मैंने यह बात लिखी है, आपने देखा होगा देश- प्रदेश में बहुत से ऐसे धरने होते हैं जहां पीड़िता को न्याय दिलाने के लिए एक खास वर्ग के नेता आकर अपने पांव जमा लेते हैं, आपको जानकर आश्चर्य होगा कि ऐसे नेता सिर्फ और सिर्फ अपनी जेबे भरने वहां आते हैं।

आपने देखा होगा कि पिछले कुछ वर्षों से एक ट्रेंड सा चल पड़ा है, एक खास वर्ग के हिमायती होने का हालांकि ऐसे लोगों का आप अगर पिछला इतिहास निकालेंगे तो आपको उनकी कुंडली में अपराध के अलावा कोई भी समाज के उत्थान या उस खास वर्ग के लिए किया हुआ एक भी काम नहीं मिलेगा।

और यही वह छूट भईया नेता है, जिनकी दुकाने आजकल फलने फूलने लगी है।

आइए आजमगढ़ में हुए एक ताजा मामले से समझते हैं, आपको बता दें कि आजाद समाज पार्टी के प्रदेश प्रवक्ता एहसान खान के ऊपर दर्जनों एफ आई आर दर्ज की गई है और पुलिस ने उन्हें गिरफ्तार करके जेल भेज दिया है।

रावण का नाम तो आपने सुना ही होगा अरे वही चंद्रशेखर उर्फ रावण जो अपने आप को दलितों के हिमायती के रूप में प्रस्तुत कर रहे हैं। उनकी भीम आर्मी बड़ी मशहूर हो रही है आजकल उत्तर प्रदेश में।

एक बार फिर कहानी पर लौटते हैं आजमगढ़ के गंभीरपुर थाना क्षेत्र के रानीपुर रजमो गांव में दलित उत्पीड़न के एक मामले को लेकर चंद्रशेखर उर्फ रावण की पार्टी के प्रदेश प्रवक्ता एहसान खान धरने पर बैठे थे, इसके पहले भी आजमगढ़ के पलिया में एक मामला हुआ था,जिसमें इनकी पूरी तरह से सक्रियता रही थी।

वहां धरना कैसे खत्म हुआ यह तो राम जाने, इन जैसे दलितों के हिमायती नेताओं के काम जाने,

पर आइए यहां ऑडियो से हम और आप जाने,अब आते हैं खबर की सबसे पहली लाइन पर *एहसान तो फरामोश हो गया
एक 12 मिनट की ऑडियो वायरल हो रही है जिसमें एक तरफ एहसान खान और दूसरी तरफ जो संभवत ब्रोकर प्रतीत हो रहा है जो अपने आप को बलवंत सिंह के रूप में बता रहा है।

एहसान खान जिसने दलित महिलाओं को पहले उकसाया और फिर धरने पर लेकर बैठ गया और मामले को तूल पकड़ा कर शासन प्रशासन पर अतिरिक्त दबाव डालना की मंशा से धरने को जारी रखने के प्रयास में था जिसकी एवज में वह भारी मोटी रकम की डिमांड करता हुआ सुनाई दे रहा है इस ऑडियो में ‘पूरी ऑडियो आपको Brijender singh vv news पर उपलब्ध है कृपया आप जाकर इसे सुने और ऐसे प्रायोजित धरने पर बैठने वाले लोगों का बहिष्कार करने की आवश्यकता है।

अगर यह वाकई में सच है तो आप समझ सकते हैं कि आजमगढ़ के पलिया में भी क्या हुआ होगा।

फिलहाल आजमगढ़ पुलिस ने इसे इसकी सही जगह पर पहुंचा दिया है।

*आजमगढ़ से बिजेंन्द्र सिंह की खास रिपोर्ट:

आजमगढ़:धरने के नाम पर अपनी जेब भरने में लगे थे,ये नेता जी,ऑडियो हुआ वायरल, पहले से कई आपराधिक मुकदमे दर्ज पुलिस ने पहुंचाया जेल

*एहसान तो फरामोश निकला– आप को समझाते हैं क्यों मैंने यह बात लिखी है, आपने देखा होगा देश- प्रदेश में बहुत से ऐसे धरने होते हैं जहां पीड़िता को न्याय दिलाने के लिए एक खास वर्ग के नेता आकर अपने पांव जमा लेते हैं, आपको जानकर आश्चर्य होगा कि ऐसे नेता सिर्फ और सिर्फ अपनी जेबे भरने वहां आते हैं।

आपने देखा होगा कि पिछले कुछ वर्षों से एक ट्रेंड सा चल पड़ा है, एक खास वर्ग के हिमायती होने का हालांकि ऐसे लोगों का आप अगर पिछला इतिहास निकालेंगे तो आपको उनकी कुंडली में अपराध के अलावा कोई भी समाज के उत्थान या उस खास वर्ग के लिए किया हुआ एक भी काम नहीं मिलेगा।

और यही वह छूट भईया नेता है, जिनकी दुकाने आजकल फलने फूलने लगी है।

आइए आजमगढ़ में हुए एक ताजा मामले से समझते हैं, आपको बता दें कि आजाद समाज पार्टी के प्रदेश प्रवक्ता एहसान खान के ऊपर दर्जनों एफ आई आर दर्ज की गई है और पुलिस ने उन्हें गिरफ्तार करके जेल भेज दिया है।

रावण का नाम तो आपने सुना ही होगा अरे वही चंद्रशेखर उर्फ रावण जो अपने आप को दलितों के हिमायती के रूप में प्रस्तुत कर रहे हैं। उनकी भीम आर्मी बड़ी मशहूर हो रही है आजकल उत्तर प्रदेश में।

एक बार फिर कहानी पर लौटते हैं आजमगढ़ के गंभीरपुर थाना क्षेत्र के रानीपुर रजमो गांव में दलित उत्पीड़न के एक मामले को लेकर चंद्रशेखर उर्फ रावण की पार्टी के प्रदेश प्रवक्ता एहसान खान धरने पर बैठे थे, इसके पहले भी आजमगढ़ के पलिया में एक मामला हुआ था,जिसमें इनकी पूरी तरह से सक्रियता रही थी।

वहां धरना कैसे खत्म हुआ यह तो राम जाने, इन जैसे दलितों के हिमायती नेताओं के काम जाने,

पर आइए यहां ऑडियो से हम और आप जाने,अब आते हैं खबर की सबसे पहली लाइन पर *एहसान तो फरामोश हो गया
एक 12 मिनट की ऑडियो वायरल हो रही है जिसमें एक तरफ एहसान खान और दूसरी तरफ जो संभवत ब्रोकर प्रतीत हो रहा है जो अपने आप को बलवंत सिंह के रूप में बता रहा है।

एहसान खान जिसने दलित महिलाओं को पहले उकसाया और फिर धरने पर लेकर बैठ गया और मामले को तूल पकड़ा कर शासन प्रशासन पर अतिरिक्त दबाव डालना की मंशा से धरने को जारी रखने के प्रयास में था जिसकी एवज में वह भारी मोटी रकम की डिमांड करता हुआ सुनाई दे रहा है इस ऑडियो में ‘पूरी ऑडियो आपको Brijender singh vv news पर उपलब्ध है कृपया आप जाकर इसे सुने और ऐसे प्रायोजित धरने पर बैठने वाले लोगों का बहिष्कार करने की आवश्यकता है।

अगर यह वाकई में सच है तो आप समझ सकते हैं कि आजमगढ़ के पलिया में भी क्या हुआ होगा।

फिलहाल आजमगढ़ पुलिस ने इसे इसकी सही जगह पर पहुंचा दिया है।

*आजमगढ़ से बिजेंन्द्र सिंह की खास रिपोर्ट:

आजमगढ़:धरने के नाम पर अपनी जेब भरने में लगे थे,ये नेता जी,ऑडियो हुआ वायरल, पहले से कई आपराधिक मुकदमे दर्ज पुलिस ने पहुंचाया जेल

*एहसान तो फरामोश निकला– आप को समझाते हैं क्यों मैंने यह बात लिखी है, आपने देखा होगा देश- प्रदेश में बहुत से ऐसे धरने होते हैं जहां पीड़िता को न्याय दिलाने के लिए एक खास वर्ग के नेता आकर अपने पांव जमा लेते हैं, आपको जानकर आश्चर्य होगा कि ऐसे नेता सिर्फ और सिर्फ अपनी जेबे भरने वहां आते हैं।

आपने देखा होगा कि पिछले कुछ वर्षों से एक ट्रेंड सा चल पड़ा है, एक खास वर्ग के हिमायती होने का हालांकि ऐसे लोगों का आप अगर पिछला इतिहास निकालेंगे तो आपको उनकी कुंडली में अपराध के अलावा कोई भी समाज के उत्थान या उस खास वर्ग के लिए किया हुआ एक भी काम नहीं मिलेगा।

और यही वह छूट भईया नेता है, जिनकी दुकाने आजकल फलने फूलने लगी है।

आइए आजमगढ़ में हुए एक ताजा मामले से समझते हैं, आपको बता दें कि आजाद समाज पार्टी के प्रदेश प्रवक्ता एहसान खान के ऊपर दर्जनों एफ आई आर दर्ज की गई है और पुलिस ने उन्हें गिरफ्तार करके जेल भेज दिया है।

रावण का नाम तो आपने सुना ही होगा अरे वही चंद्रशेखर उर्फ रावण जो अपने आप को दलितों के हिमायती के रूप में प्रस्तुत कर रहे हैं। उनकी भीम आर्मी बड़ी मशहूर हो रही है आजकल उत्तर प्रदेश में।

एक बार फिर कहानी पर लौटते हैं आजमगढ़ के गंभीरपुर थाना क्षेत्र के रानीपुर रजमो गांव में दलित उत्पीड़न के एक मामले को लेकर चंद्रशेखर उर्फ रावण की पार्टी के प्रदेश प्रवक्ता एहसान खान धरने पर बैठे थे, इसके पहले भी आजमगढ़ के पलिया में एक मामला हुआ था,जिसमें इनकी पूरी तरह से सक्रियता रही थी।

वहां धरना कैसे खत्म हुआ यह तो राम जाने, इन जैसे दलितों के हिमायती नेताओं के काम जाने,

पर आइए यहां ऑडियो से हम और आप जाने,अब आते हैं खबर की सबसे पहली लाइन पर *एहसान तो फरामोश हो गया
एक 12 मिनट की ऑडियो वायरल हो रही है जिसमें एक तरफ एहसान खान और दूसरी तरफ जो संभवत ब्रोकर प्रतीत हो रहा है जो अपने आप को बलवंत सिंह के रूप में बता रहा है।

एहसान खान जिसने दलित महिलाओं को पहले उकसाया और फिर धरने पर लेकर बैठ गया और मामले को तूल पकड़ा कर शासन प्रशासन पर अतिरिक्त दबाव डालना की मंशा से धरने को जारी रखने के प्रयास में था जिसकी एवज में वह भारी मोटी रकम की डिमांड करता हुआ सुनाई दे रहा है इस ऑडियो में ‘पूरी ऑडियो आपको Brijender singh vv news पर उपलब्ध है कृपया आप जाकर इसे सुने और ऐसे प्रायोजित धरने पर बैठने वाले लोगों का बहिष्कार करने की आवश्यकता है।

अगर यह वाकई में सच है तो आप समझ सकते हैं कि आजमगढ़ के पलिया में भी क्या हुआ होगा।

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VVNEWS वैशवारा

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