इन्साफ मांगने पर कूट देती है योगी की पुलिस
कप्तान ही पीट रहे फरियादी को तो मातहत कैसे होंगे
आजमगढ़। जनपद में चढ़ है आपराधिक पारा तो वही दुसरी तरफ जनपद की पुलिस बेकाबू नजर आ रही है। आप हालात का अन्दाजा इस बात से लगा सकते है कि इन्साफ की उम्मीद में एसपी दरबार पहुंचे बालिका की दुष्कर्म से मौत का आरोप लगा गुहार लगाने आए वनवासी ग्रामीणों की एसपी से हुई झड़प। पीड़ितो को इंसाफ देने के बाजय कप्तान खुद पीड़ित को मारते नजर आये। ऐसे में उनके मातहतो का बेकाबू होना कोई बड़ी बात नही। उधर सीएम योगी का सख्त आदेश है कि गंभीर अपराधों में लिप्त पुलिस अफसरों-कर्मियों की होगी बर्खास्तगी, दागियों की तैनाती नहीं लेकिन आजमगढ़ में नजारा कुछ उल्टा ही नजर आया।
बता दें कि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कानपुर के बिजनेसमैन मनीष गुप्ता की गोरखपुर के एक होटल में पुलिस रेड के दौरान संदिग्ध हालात में हुई मौत के बाद राज्य के पुलिस विभाग के लिए सख्त आदेश दिया था। लेकिन वही जनपद के रौनापार थाना क्षेत्र के कुरसौली निवासी वनवासी समुदाय का पीड़ित परिवार अपने मासूम बच्ची की मौत के जिम्मेदार लोगों पर स्थानीय पुलिस द्वारा इंसाफ न मिलता देख दोषियों पर कार्रवाई को लेकर बुधवार को एसपी दरबार पहुंचा। वहा इंसाफ मागने पहुंचे वनवासी समुदाय के लोगों ने कप्तान सुधिर कुमार सिंह की गाड़ी को घेर लिया। इतने में पीड़ितो को इंसाफ देने के बजाय कप्तान खुद तैश में आ गये और गाड़ी से निचे उतर एक फरियादी को पीटने लगे। पुरा नजारा वहां पर मौजूद लोग देखते रहे तो कुछ ने विडियों भी बना ली। अब सवाल उठता है कि पीडितों को कैसे मिलेगा इंसाफ।
एसपी सुधीर सिह कहा की थाना रौनापार का मामला को लेकर पीड़ित परिवार आये थे इसमें लड़की की मृत्यु का कारण pm रिपोर्ट में death due to septisemia आया है। जन सुनवाई के दौरान यह लोग मुझ से मिले थे। उसी समय इसमे मुकदमा पंजीकृत करने के आदेश दिया गया था ।
जनसुनवाई के बाद संतुष्ट होकर आफिस से बाहर चले गए थे। जब मैं बाहर निकला तो उनमे से एक लड़का कार के आगे लेट गया तथा कुछ लोगो द्वारा पत्थर मारने का प्रयास किया गया। जिस पर मेरे द्वारा तत्काल उतर कर गाड़ी के आगे से हटाया गया तथा आफिस में ले जाया गया जहां से उसे समझा बुझा कर छोड़ दिया गया।
आजमगढ़ -एसपी सुधीर सिंह