आज़मगढ़:माहवारी शर्म नहीं खुशी की बात है, केवल मर्दवादी विचार धारा बेकार है जबकि माहवारी ही सृष्टि का आधार है

विवेक जायसवाल की रिपोर्ट बुढ़नपुर आजमगढ़
समुदाय स्तर पर माहवारी को लेकर जितनी चुप्पी है उतना ही भ्रान्ति है और भ्रान्ति के कारण महिलाओं/किशोरियों के साथ भेदभाव किया जाता है जिससे पूर्ण रूप से पोषण न मिलने से उनका स्वास्थ्य खराब हो रहा है। हम पुरुषों को भाई, पिता, पति, मित्र,नाना, काका,बेटा होने के नाते अपने घर से माहवारी स्वच्छता प्रबंधन के लिए उपयुक्त व्यवस्था करने एवं इस लॉकडाउन के दौरान घर में सेनेटरी, नैपकिन, पैड की उपलब्धता कराना एक जिम्मेदारी है।
और महावारी के दौरान किसी प्रकार का भेदभाव नहीं करेंगे तथा घर के कामों में भी भागीदारी से महिलाओं किशोरियों को थोड़ा आराम के लिए आगे आएंगे तभी बदलाव होगा।
समुदाय में महिलाओं किशोरियों के साथ साथ लड़कों और पुरुषों के साथ सघन रूप से माहवारी को लेकर अभी जागरूकता की आवश्यकता है जिससे महावारी संबंधित चुप्पी टूटेगी और भ्रांतियां दूर हो तभी लड़कियां महिलाएं अपने आप को स्वतंत्र एवं सशक्त महसूस कर पाएंगी।
ग्रामीण पुनर्निर्माण संस्थान द्वारा अतरौलिया व अहरौला की किशोरियों के बीच मे माहवारी स्वच्छता प्रबन्धन पर 24 मई से 31 मई तक जागरूकता अभियान चलाया जा रहा है जिसके अंतर्गत दीवाल लेखन स्लोगन/पोस्टर बनाने व चर्चा करने का कार्य किया जा रहा है। इसी क्रम में आज एक ऑनलाईन चर्चा का आयोजन सहयोग लखनऊ के द्वारा किया गया जिसमें आजमगढ़ जिले की 30 किशोरियों ने भाग लिया तथा उनके सवालों का जवाब डॉ0 सुजाता नोडल अधिकारी एवं ममता जी काउंसलर लखनऊ ने दिया। माहवारी स्वच्छता प्रबन्धन पर इस तरह की ऑनलाईन चर्चा में किशोरियां काफी उत्साहित थी। वी वी न्यूज़ तहसील संवाददाता विवेक जायसवाल की रिपोर्ट, खबरों के लिए संपर्क करें मोबाइल नंबर 9452717909

Read Article

Share Post

VVNEWS वैशवारा

Leave a Reply

Please rate

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Next Post

उत्तराखंड:जूना अखाड़ा के महामण्डलेश्वर स्वामी यतींद्रानंद गिरी ने कहा-आयुवेर्द है एक पूर्ण चिकित्सा पद्धति

Fri May 28 , 2021
प्रभारी संपादक उत्तराखंडसाग़र मलिक रुड़की। जूना अखाड़ा के महामंडलेश्वर स्वामी यतींद्रानंद गिरि ने कहा कि आयुर्वेद एक पूर्ण चिकित्सा पद्धति है। बाबा रामदेव ने क्या कहा है इसको लेकर उनका कोई लेना देना नहीं है। विश्व के अंदर चिकित्सा के विभिन्न आयाम है। जिसमें प्राकृतिक चिकित्सा, योग से चिकित्सा आदि शामिल […]

You May Like

Breaking News

advertisement