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एसआइसी ने शासन को डाक्टर के पदोन्नती की भेजी गलत रिर्पोट।
2009 में लगा था जननी सुरक्षा योजना के रुपये का गबन का आरोप
आजमगढ़: जिला मंडलीय अस्पताल के एसआइसी द्वारा डाक्टरों के पदोन्नती में हेराफेरी करते हुए शासन से आए रिर्पोट के जवाब में गलत रिर्पोट भेज दिया। जिससे अस्पताल में कर्मचारियोंं द्वारा गलत रिर्पोट की चर्चा खुब चल रही हैं।जिला मंडलीय अस्पताल के प्रमुख अधिक्षक डा. अनूप कुमार सिंह के पास कुछ दिन पूर्व शासन से दो डाक्टरों के पदोन्नति के संबध में रिर्पोट मांगी गई थी जिसमें वरिष्ठ पैथालाजिस्ट के पद पर कार्यरत मो.अजहर सिद्दकी पुत्र मो.मतीन और दूसरे नेत्र सर्जन के पद पर कार्यरत डा.चंद्रहास कुमार पुत्र तारिनी कुमार की रिर्पोट मांगी गई थी जिसमें वरिष्ठ पैथालाजिस्ट मो.अजहर को पर सेवाकाल में कोई जांच और आरोप न होने के कारण उन्हें क्लीन चिट देते हुए रिर्पोट प्रेषित कर दिया। लेकिन वही दूसरे नेत्र सर्जन डा.चंद्रहास पर गबन का आरोप होने के बावजूद भी शासन को गलत रिर्पोट एसआइसी ने भेज दिया। विभागों द्वारा मिली जानकारी के अनुसार वर्ष 2009 में जिला गाजीपुर के सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र मोहम्मदाबाद में अधिक्षक के रुप में तैनात रहे नेत्र सर्जन डाक्टर चंद्रहास कुमार के विरुद्ध लिपिक कार्य लिपिक से न लेकर फिल्ड स्टाफ ओमप्रकाश राय एनएमए से लिए जाने जननी सुरक्षा योजना के चेक पर बिना धनराशि एव बिना नाम पर सादे चेक पर हस्ताक्षर करने तथा चेक गायब होने का आरोप लगा है। जिसके लिए अपर निदेशक चिकित्सा स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण वाराणसी को जांच अधिकारी के रुप में नामित भी किया गया है। जिसके लिए शासन ने पूर्व में दो वर्ष तक वेतन वृद्धि पर रोक भी लगा रखी थी। लेकिन विभागीय कर्मचारियों के मिली भगत से बार-बार गलत रिर्पोट प्रेषित कर जांच को दबा लिया जाता हैं।