हरियाणा संपादक – वैद्य पण्डित प्रमोद कौशिक।
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कुरुक्षेत्र : बगलामुखी माता दस महाविद्याओं में एक हैं। उन्हें विजय, वाणी की प्रखरता शत्रु दमन धन प्राप्ति राजसत्ता प्रदान करने वाली देवी के रूप में पूजा जाता है। हवन यज्ञ एक ऐसा अनुष्ठान है जो देवी बगलामुखी को प्रसन्न करने का शक्तिशाली माध्यम है।
हवन यज्ञ का महत्व
हवन यज्ञ वेदों व तंत्र ग्रंथों में वर्णित एक प्राचीन अनुष्ठान विधि है। अग्नि में विभिन्न प्रकार की सामग्री की आहुति तथा दिव्य मंत्रों का जप किया जाता है। हवन से देवताओं की कृपा प्राप्त होती है साथ ही पर्यावरण भी शुद्ध होताहै।
बगलामुखी माता के हवन यज्ञ में विभिन्न कामनाओं के अनुसार सामग्री का उपयोग किया जाता है। जिनमें पीली सरसों हल्दी की गांठ शहद चंदन हींग जैसी अनेक वस्तुओं व जड़ी बूटियों का प्रयोग किया जाता है l
शक्तिशाली बीज मंत्रों का जप: हवन यज्ञ में बगलामुखी माता के विशिष्ट मंत्रों का जाप किया जाता है। इन स्तुति मंत्रों की ध्वनि देवी को प्रसन्न करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं।
पवित्र अग्नि: हवन में प्रज्वलित अग्नि को पवित्र माना जाता है। यह अग्नि नकारात्मक ऊर्जा को नष्ट करती है और सकारात्मक ऊर्जा का संचार करती है पर्यावरण को शुद्ध रखती है।
भावनात्मक जुड़ाव: हवन यज्ञ में भाग लेने वाले भक्त पूरी श्रद्धा और भावना के साथ देवी की आराधना करते हैं। यह भावनात्मक जुड़ाव देवी को प्रसन्न करने में सहायक होता है।
विधि-विधान: हवन यज्ञ को विधि-विधान से करना आवश्यक है। सही विधि से किए गए हवन यज्ञ का प्रभाव अवश्य होता है।
हवन यज्ञ के लाभ।
शत्रु नाश: बगलामुखी माता के हवन यज्ञ से शत्रुओं का स्तंभन होता है और विजय प्राप्त होती है।
वाणी पर नियंत्रण: यह यज्ञ वाणी पर नियंत्रण प्रदान करता है और वाद-विवाद में विजय दिलाता है।
मनोकामना पूर्ति: हवन यज्ञ करने से मनोकामनाएं पूरी होती हैं।
रोग निवारण: यह यज्ञ विभिन्न रोगों से मुक्ति दिलाता है।
आत्मविश्वास में वृद्धि: हवन यज्ञ से आत्मविश्वास में वृद्धि होती है।
शुभ मुहूर्त: हवन यज्ञ को शुभ मुहूर्त में करना चाहिए।
उचित मार्गदर्शन: हवन यज्ञ को किसी अनुभवी साधक / गुरु /आचार्य के मार्गदर्शन में करना चाहिए।
शुद्ध मन: हवन यज्ञ करते समय शरीर और मन की शुद्धि का विशेष ध्यान रखना चाहिए।
नियमित रूप से: अच्छे परिणाम के लिए हवन यज्ञ को नियमित रूप से करना चाहिए।
निष्कर्ष बगलामुखी माता का हवन यज्ञ एक शक्तिशाली अनुष्ठान है जो देवी को प्रसन्न करने और विभिन्न प्रकार के लाभ प्राप्त करने का एक प्रभावी तरीका है। यह ध्यान रखना महत्वपूर्ण है कि हवन यज्ञ को विधि-विधान से और योग्य आचार्य के मार्गदर्शन में करना चाहिए।
यह सामान्य जानकारी इसे किसी भी चिकित्सा या मनोवैज्ञानिक सलाह के रूप में नहीं लिया जाना चाहिए। किसी भी साधना को आरंभ करने से पहले किसी योग्य आचार्य/ गुरु से परामर्श लेना चाहिए।
नोट: यह लेख केवल सूचनात्मक उद्देश्यों के लिए है। किसी भी धार्मिक अनुष्ठान को करने से पहले संबंधित विशेषज्ञ से परामर्श अवश्यं लें। माँ बगलामुखी की प्रसन्नता हेतु यज्ञ/हवन के लिए संपर्क करें।
पंडित संयोगानंद
माँ बगलामुखी उपासक
श्री गुरुकृपा ज्योतिष दूरभाष – 98028 84305