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बदायूँ :खादी एवं ग्रामोद्योग विकास सतत रोजगार प्रोत्साहन नीति से ग्रामोद्योगों के लाभार्थियों को मिल रहा है रोजगार

खादी एवं ग्रामोद्योग विकास सतत रोजगार प्रोत्साहन नीति से ग्रामोद्योगों के लाभार्थियों को मिल रहा है रोजगार
बदायूँ : 17 दिसम्बर। कृष्ण हरि शर्मा जिला संवाददाता बीबी न्यूज़ बदायूंप्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ जी के नेतृत्व में प्रदेश में प्रथम बार खादी एवं ग्रामोद्योग के विकास हेतु वित्तीय वर्ष 2017-18 में खादी एवं ग्रामोद्योग विकास सतत रोजगार प्रोत्साहन नीति का निर्धारण किया गया। नीति के अंतर्गत विभिन्न कार्यों के माध्यम से पूंजीनिवेश करते हुए ग्रामोद्योग की स्थापना एवं तत्क्रम में रोजगार सृजन से संबंधित कार्य किया जा रहा है। इस नीति के अंतर्गत अवस्थापना सुविधाओं का विकास, रोजगार सृजन हेतु नये अवसरों की रचना, उद्योग/व्यापार में सहजता/अनुकूल वातावरण के साथ समयबद्ध व एकल खिड़की सहायता का सृजन, मेक इन यूपी को प्रोत्साहन, नवाचार को बढ़ावा देना, विपणन हेतु अवस्थापना सुविधा, ब्राण्डिंग, पैकेजिंग, प्लाजा, ऑनलाइन विपणन इत्यादि का विकास, खादी एवं ग्रामोद्योगों के विकासार्थ शोध, मानकीकरण एवं गुणवत्ता नियंत्रण के कार्य किये जाते है। इस नीति के तहत ग्रामोद्योगों को बढ़ावा दिया जा रहा है।
सोलर चर्खा वितरण एवं प्रशिक्षण-इस योजनान्तर्गत प्रदेश सरकार द्वारा संचालित उत्पादन केन्द्रों एवं खादी और ग्रामोद्योग आयोग/उ0प्र0 खादी तथा ग्रामोद्योग बोर्ड से पंजीकृत/वित्त पोषित खादी संस्थाओं के माध्यम से प्रदेश में खादी के उत्पादन को बढ़ावा दिये जाने के उद्देश्य से कत्तिनों को प्रशिक्षण दिलाकर उन्हें सोलर चर्खा निःशुल्क उपलब्ध कराया जाता है ताकि गुणवत्तायुक्त खादी उत्पादन के साथ कत्तिनों की आय में वृद्धि के साथ-साथ उन्हें आर्थिक रूप से सक्षम बनाया जा सके। विगत सात वर्षों में खादी संस्थाओं के माध्यम से 5832 कत्तिनों को निःशुल्क सोलर चर्खे उपलब्ध कराकर प्रत्यक्ष एवं अप्रत्यक्ष रूप से 11664 व्यक्तियों को रोजगार उपलब्ध कराया गया। वित्तीय वर्ष 2025-26 में उपलब्ध धनराशि से खादी संस्थाओं के माध्यम से 1000 कत्तिनों को सोलर चर्खो का वितरण कराया जा रहस है।
दोना मेकिंग मशीन वितरण-दोना पत्तल कार्य में लगे विभिन्न जनपदों के ग्रामीण क्षेत्र के आर्थिक रूप से कमजोर, बेरोजगार एवं परम्परागत व अन्य कारीगरों को प्रोत्साहित किये जाने के उद्देश्य से यह कार्यक्रम संचालित है। विगत वर्ष 2018-19 से 2024-25 तक में 2029 लाभाथिर्या को निःशुल्क टूलकिट्स उपलब्ध कराकर प्रत्यक्ष एवं अप्रत्यक्ष रूप से 6087 व्यक्तियों को रोजगार उपलब्ध कराया गया। वित्तीय वर्ष 2025-26 में 580 लाभार्थियों को टूलकिट्स का वितरण कराकर 1740 व्यक्तियों को रोजगार उपलब्ध कराये जा रहे है।
पॉपकार्न मेकिंग मशीन वितरण-प्रदेश के भुर्जी समाज एवं अन्य कमजोर वर्ग के व्यक्तियों को प्रोत्साहित किये जाने के उद्देश्य से वर्ष 2021-22 से यह कार्यक्रम संचालित है। विगत वर्षों 2021-22 से 2024-25 तक में कुल 2024 लाभार्थियों को निःशुल्क टूलकिट्स उपलब्ध कराकर प्रत्यक्ष एवं अप्रत्यक्ष रूप से 6072 व्यक्तियों को रोजगार उपलब्ध कराया गया है। वित्तीय वर्ष 2025-26 में 750 लाभार्थियों को टूलकिट्स का वितरण कराकर 2250 व्यक्तियों को रोजगार उपलब्ध कराये जा रहे है।
जनपद-मथुरा में तुलसी माला मेकिंग मशीन का निःशुल्क वितरणः-भारत सरकार की रूरल टेक्नालॉजी ग्रुप (त्न्जळ) मिशन के अन्तर्गत भारतीय औद्योगिकी संस्थान नई दिल्ली द्वारा तुलसी माला मेकिंग मशीन विकसित की गयी है। इस योजना के अन्तर्गत ग्रामीण क्षेत्र में रोजगार के साधन हेतु तकनीक का उपयोग कर उन्नत मशीन/उपकरण विकसित किया जाता है। मथुरा वृन्दावन में तुलसी माला हेतु अधिक मात्रा में कच्चा माल प्रचुर मात्रा में उपलब्ध है। इस योजनान्तर्गत प्रथम बार वित्तीय वर्ष 2024-25 में जनपद मथुरा में चयनित 195 अभ्यर्थियों को निःशुल्क तुलसी माला मेकिंग मशीन वितरण कराया गया।
ग्रामोद्योग समाधान सेलः-उ0प्र0 खादी एवं ग्रामोद्योग विभाग बोर्ड द्वारा संचालित योजनाओं के अन्तर्गत स्वरोजगार स्थापित करने में उद्यमियों के समक्ष आने वाली विभिन्न समस्याओं का स्थानीय स्तर पर ही निराकरण किये जाने के उद्देश्य से मुख्यालय पर ग्रामोद्योग समाधान सेल एवं जनपदीय कार्यालयों में हेल्प डेस्क की स्थापना की गयी है। इस सुविधा का लाभ उठाने हेतु विभाग द्वारा वेब पोर्टल के विकास के साथ ही इसका मोबाइल एप भी विकसित कराया गया है जो प्ले स्टोर पर उपलब्ध है। समाधान सेल के माध्यम से उद्यमियों के समक्ष उद्योग स्थापना में आने वाली विभिन्न समस्याओं का सफलतापूर्वक निराकरण किया जा रहा है।

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