![](https://vvnewsvaashvara.in/wp-content/uploads/2023/06/IMG-20230625-WA0029.jpg)
जयराम विद्यापीठ में गुप्त नवरात्र के सातवें दिन हुई भैरवी मां काली स्वरूप पूजा।
हरियाणा संपादक – वैद्य पण्डित प्रमोद कौशिक।
दूरभाष – 9416191877
विद्यापीठ में गुप्त नवरात्रों के चलते हवन यज्ञ में दी गई आहुतियां।
कुरुक्षेत्र, 25 जून : देशभर में संचालित श्री जयराम संस्थाओं के परमाध्यक्ष ब्रह्मस्वरूप ब्रह्मचारी की प्रेरणा से जयराम विद्यापीठ में गुप्त नवरात्रों के चलते सर्व कल्याण एवं विश्व शांति के लिए निरंतर पूजन किया जा रहा है। गुप्त नवरात्रों के सातवें दिन भी आचार्य प. राजेश प्रसाद लेखवार के साथ ट्रस्टियों एवं यजमानों ने हवन यज्ञ में आहुतियां दी।
गुप्त नवरात्रों के सातवें दिन जगत जननी आदिशक्ति मां दुर्गा की सप्तम शक्ति मां कालरात्रि की मंत्रोच्चारण के साथ पूजा-अर्चना हुई। आचार्य लेखवार ने बताया कि गुप्त नवरात्र के सातवें दिन साधक का मन और मस्तिष्क सहस्रार चक्र में अवस्थित रहता है। मां कालरात्रि को भैरवी, रुद्राणी, चामुंडा, चंडी महाकाली, भद्रकाली, रौद्री और धुमोरना नामों से जाना जाता है। ऐसी मान्यता है कि मां कालरात्रि के दर्शन मात्र से जीवन में व्याप्त सभी प्रकार के दुख और संकट दूर हो जाते हैं। मां काली अपने भक्तों की हमेशा कल्याण करती हैं। इस अवसर पर के.के. कौशिक, श्रवण गुप्ता, राजेंद्र सिंघल, टेक सिंह, पवन गर्ग, कुलवंत सैनी, राजेश सिंगला, सतबीर कौशिक एवं रोहित कौशिक इत्यादि भी मौजूद रहे।
हवन में आहुतियां देते हुए।