भक्ति रम जाए और चिंता मिट जाए-यही मुक्ति है : श्री शचींद्रधर द्विवेदी

भक्ति रम जाए और चिंता मिट जाए-यही मुक्ति है : श्री शचींद्रधर द्विवेदी
आलापुर (अम्बेडकर नगर) |तहसील क्षेत्र आलापुर अंतर्गत ग्राम तिवारीपुर भरतपुर में चल रहे संगीतमयी श्रीमद्भागवत कथा के पाँचवें दिन कथा वाचक पं. शचींद्रधर द्विवेदी ने उपस्थित श्रद्धालुओं को भगवान श्रीकृष्ण की बाल लीलाओं का वर्णन सुनाया। उन्होंने पूतना वध, माखन चोरी लीला, ओखल बंधन लीला का विस्तार से वर्णन करते हुए गोवर्धन लीला को भी सुनाया। उन्होंने बताया कि बाल-गोपालों गोपियों के संग भगवान कृष्ण ने अपने ऐसे रूप दिखाये जिससे साथी भी हैरान हो जाते थे।माखन चोरी करने के बाद माता से शिकायत करने जाने पर अचानक खुद श्रीकृष्ण वहां से गायब हो जाते हैं। खतरनाक राक्षसी पूतना जब कृष्ण को मारने के लिए आई तो कैसे प्रभु ने सब जान लिया और देखते ही देखते उसे ढेर कर दिया। बाल रूप में कृष्ण की अठखेलियां करने के अनेक किस्से सुनाते हुए भजन गाए तो लोग झूम उठे।इस अवसर पर कथा आयोजक श्याम सुन्दर द्विवेदी,देवेंद्र तिवारी,रमेश तिवारी,अमन तिवारी,संतोष तिवारी,शुधान्शू तिवारी,रामहंस यादव,भाजपा नेता गंगा मिश्रा,भाजपा नेता धर्मवीर मिश्रा,श्रीराम मास्टर,प्रधान राजेंद्र,प्रधान नन्हें तिवारी,जगन्नाथ चौबे,पवन चौबे,रघुवंश शुक्ला साउण्ड सर्विस,शशांक शुक्ला,ओंकारनाथ सिंह,सुरेशचंद्र पाण्डेय,अमन सिंह सहित क्षेत्र के गणमान्य लोग उपस्थित रहे।