बिहार:बेहतर प्रसव सेवाओं को लेकर अररिया सदर अस्पताल को राज्यस्तरीय लक्ष्य प्रमाणीकरण हुआ प्राप्त

-केंद्रीय स्तर पर लक्ष्य प्रमाणीकरण हासिल करने के लिये किया जा रहा जरूरी प्रयास
-लक्ष्य प्रमाणीकरण के लिये कर्मियों का प्रयास सराहनीय, प्रसव सेवाओं के बेहतरी का प्रयास रहेगा जारी

अररिया संवाददाता

सदर अस्पताल के प्रसव वार्ड को राज्यस्तर से लक्ष्य प्रमाणीकरण हासिल हो चुका है। बिहार सरकार के राज्य क्वालिटी एश्योरेंस कमेटी द्वारा इसे लेकर प्रमाणपत्र जारी किया गया है। पूर्व में राज्य स्तरीय टीम द्वारा किये गये निरीक्षण में प्रसव कक्ष के माध्यम से उपलब्ध करायी जा रही सुविधाओं को लक्ष्य के निर्धारित मानक के अनुरूप पाया गया। लक्ष्य एसेसमेंट के सभी मापदंडों पर खरा उतरने के बाद अस्पताल के लेबर रूम को लक्ष्य सर्टिफिकेशन दे दिया गया है। राज्य स्तरीय एसेसमेंट में सदर अस्पताल के प्रसव वार्ड को कुल 82 अंक प्राप्त हुआ है। जबकि प्रोत्साहन राशि के लिये महज 75 अंक होना जरूरी है। लक्ष्य प्रमाणीकरण हासिल होने पर सिविल सर्जन डॉ एमपी गुप्ता ने खुशी जाहिर करते इसके लिये कर्मियों के अथक प्रयास व सामूहिक सहयोग को महत्वपूर्ण बताया। उन्होंने इसके लिये प्रसव वार्ड के कर्मियों व सहयोगी संस्था के प्रतिनिधियों के सहयोग को सराहा। मौके पर सीएस डॉ एमपी गुप्ता, डीआईओ डॉ मोईज, डॉ जीतेंद्र प्रसाद, अस्पताल के प्रभारी अधीक्षक डॉ राजेंद्र कुमार, डीपीएम रेहान असरफ, डीसी क्यूए मधु कुमारी, डीटीएल केयर पर्णा चक्रवती, डीटीएम पिरामल डॉ अफरोज, अस्पताल प्रबंधक विकास आनंद, एफपीसी केयर अय्याज असरफी, एफपी कोर्डिनेटर अविनाश कुमार सहित प्रसव वार्ड में कार्यरत एएनएम व अन्य मौजूद थे।

सरकारी चिकित्सा संस्थानों पर बढ़ेगा लोगों का भरोसा :

अस्पताल के प्रसव वार्ड को राज्य से लक्ष्य प्रमाणीकरण हासिल होने पर खुशी जाहिर करते हुए सिविल सर्जन डॉ एमपी गुप्ता ने इसे बड़ी उपलब्धि बताया। सिविल सर्जन ने कहा कहा कि इसके लिये अस्पताल के कर्मी व सहयोगी संस्था के प्रतिनिधियों का प्रयास सराहनीय है। उन्होंने कहा कि जिले में प्रसव संबंधी बेहतर सुविधा उपलब्ध कराने के प्रति जिला स्वास्थ्य विभाग प्रयासरत है। ग्रामीण इलाके के चिकित्सकीय संस्थानों तक बेहतर प्रसव सेवाएं उपलब्ध कराने की दिशा में लगातार प्रयास किया जा रहा है। लक्ष्य प्रमाणीकरण हासिल होने से प्रसव संबंधी सेवाओं के लिये सरकारी चिकित्सा संस्थानों पर लोगों का भरोसा बढ़ेगा। जो जिले में मातृ-शिशु मृत्यु दर में कमी लाने के लिहाज से महत्वपूर्ण साबित होगा।

मातृत्व को उत्सव का रूप देने में लक्ष्य प्रमाणीकरण महत्वपूर्ण :

जिला समन्वयक क्वालिटी एश्योरेंस मधु कुमारी के मुताबिक जब एनआरएचएम कार्यक्रम की शुरूआत हुई उस समय हमारे यहां संस्थागत प्रसव तो हो रहे थे। लेकिन मातृ व शिशु मृत्यु दर ज्यादा होना चिंता का विषय बना हुआ था। इसे ध्यान में रखते हुए लक्ष्य कार्यक्रम की शुरूआत की गयी। इसका मूल उद्देश्य रिस्पेक्टिव मदर केयर है। उन्होंने कहा कि मातृत्व को एक उत्सव का रूप देने के लिये लक्ष्य प्रमाणीकरण महत्वपूर्ण है। आगे मेटरनिटी ओटी पर काम चल रहा है। लक्ष्य प्रमाणीकरण हासिल होने का मतलब है कि यहां उपलब्ध सुविधाएं पूरी तरह प्रमाणीकृत व क्वालिटी अप्रूव हैं । डीपीएम स्वास्थ्य रेहान अशरफ ने कहा कि जच्चा व बच्चा को बेहतर स्वास्थ्य सेवाएं उपलब्ध कराना हमारा उद्देश्य है। लक्ष्य प्रमाणीकरण इसकी एक महत्वपूर्ण कड़ी है। जल्द ही अनुमंडल अस्पताल फारबिसगंज सहित अन्य पीएचसी को भी लक्ष्य के मानकों के अनुरूप विकसित करना स्वास्थ्य विभाग की प्राथमिकताओं में शुमार है।

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