बिहार अररिया: सड़क के किनारे ऑटो खड़े होने से जाम की समस्या नासूर बनी

सड़क के किनारे ऑटो खड़े होने से जाम की समस्या नासूर बनी

अररिया
फारबिसगंज नगर परिषद प्रति वर्ष बस स्टैंड और ऑटो स्टैंड के नाम पर लाखों रूपये का राजस्व की वसूली करती है।इतना ही नहीं ऑटो का डाक लेने वाला संवेदक इतना सजग और संवेदनशील है कि शहर के हरेक चौक चौराहे और एंट्री प्वाइंट पर वसूली करने वाले बंदे खड़े रहते हैं।भले ही उनके इस कारनामे के कारण जाम की समस्या क्यों न उत्पन्न हो और दूसरे आने जाने वाले राहगीरों को कितनी भी परेशानी क्यों न उठानी पड़े।जब तक सामने गुजर रहे ऑटो से पैसे की वसूली नहीं करते,बीच सड़क पर ऑटो खड़ा करवाकर रखा जाता है।लेकिन इससे प्रशासनिक अमला को कोई लेना देना नहीं है।शहर में ऑटो खड़े करने के लिए ऑटो स्टैंड चिन्हित है।लेकिन इन चिन्हित स्थानों पर ऑटो न के बराबर खड़ा रहता है।शहर में यत्र यत्र सड़क के किनारे ऑटो चालक अपनी गाड़ी खड़े कर घंटों छोड़ देते हैं।सबसे ज्यादा ऐसा सुभाष चौक से लेकर महिला कॉलेज वाले सड़क में देखने को मिलता है।कृषि उत्पादन बाजार समिति(विघटित) के इर्द गिर्द भी सड़क के किनारे ऑटो खड़े रहते हैं।सड़क के किनारे बेतरतीब ऑटो के खड़े रहने के कारण आमजनों को काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ता है।साथ ही जाम की समस्या से घंटों जूझना पड़ता है।सामाजिक कार्यकर्ता आनंद मेहता का कहना है कि आने वाला समय पर्व त्यौहार का समय है।ऐसे में शहर को जाम की समस्या से निजात दिलाने के लिए इस तरह की पहल अत्यावश्यक है।केवल राजस्व वसूली करना ही नगर परिषद या प्रशासन का ध्येय नहीं होना चाहिए,बल्कि शहरवासियों के सुविधाओं का भी ख्याल रखा जाना जिम्मेवारी है।उन्होंने प्रशासन से पर्व त्यौहार के मद्देनजर इस तरह की समस्या से निजात दिलाने के लिए कार्रवाई की मांग की।

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