पूर्णिया संवाददाता
आम आदमी पार्टी के बिहार प्रदेश प्रवक्ता सह पूर्णियाँ जिला प्रभारी नियाज अहमद ने प्रेस विज्ञप्ति जारी कर कहा कि जिस प्रकार सरकार ने सदन में लिखित रूप से झुठ बोला कि ऑक्सीजन की कमी से कोई मौत नही हुई यह देश के सर्वोच्च सदन का अपमान है।ऑक्सीजन की कमी से हुई मौतों के हज़ारो साक्ष्य मौजूद है। झूठ बोलना सदन और देश के लोगो का अपमान है।
प्रदेश प्रवक्ता ने कहा कि दरअसल केंद्र सरकार की मंशा ही नहीं है की ये आंकड़े कभी सामने आंए आम आदमी पार्टी शासित दिल्ली सरकार ने 04 जुन 2021 को 6 डाॅक्टरस की एक एक्सपर्ट कमेटी बनाई थी जिसे ये पता लगाना था की ऑक्सीजन की कमी से आखिर दिल्ली प्रदेश में कितनी मौतें हुई हैं ताकि उनके परिजनों को मुआवजा दिया जा सके परन्तु केंद्र सरकार द्वारा नियुक्त उपराज्यपाल ने 16 जून को इस कमेटी को ही निरस्त कर दिया केंद्र सरकार तानाशाह की तरह काम कर रही है इसने ठान लिया है कि देश में जो भी कोरोना से हुई मौतों का सच सामने लाएगा उसे केन्द्र सरकार मनमाने तरीके से दबाव बनाकर डरा धमकाकर कर चुप रहने पर मजबूर कर देगी।
आज देश के बड़े हिन्दी अखबार दैनिक भास्कर के कार्यालय में एक साथ कई शहरों मे इन्कम टैक्स और ईडी के द्वारा छापेमारी कराकर सरकार ने चौथे स्तंभ पर सिर्फ इसलिए प्रहार किया है क्योंकि ये अखबार कोरोना से हुई मौतों के आंकड़े छिपाने का जो षडयंत्र सरकारें कर रही थी उसका सही तथ्य जनता के सामने रखकर ये सरकार का पोल खोल रही थी केंद्र सरकार का ये कृत्य घोर निंदनीय है।
नियाज अहमद ने कहा कि बिहार सरकार के स्वास्थ्य मंत्री मंगल पांडेय ने दावा किया है कि बिहार में ऑक्सीजन की कमी से एक भी मौत नहीं हुई है तो मंत्री जी ये बतांए कि आखिर क्यों पटना हाईकोर्ट ने आपसे कहा था कि सरकार कह रही है कि ऑक्सीजन की कमी नहीं है तो ऑक्सीजन की कमी से क्यों मौतें हो रही है क्यों NMCH के अधीक्षक ने ऑक्सीजन की कमी के कारण अपना इस्तीफा तक सरकार को भेज दिया था।
आम आदमी पार्टी के बिहार प्रदेश प्रवक्ता ने कहा की सरकार चाहे जितना झूठ बोल ले पर ऑक्सीजन की कमी से बिहार सहित पूरे देश में जो हाहाकार मचा था उसका गवाह देश का हर छोटा बड़ा अस्पताल है ऑक्सीजन की कमी ने जो तांडव मचाया था उस्से देश का हर परिवार प्रभावित था अमेरिका की रिसर्च ऐजेंसी सेंटर फॉर गलोबल डेवलपमेंट तथा हावर्ड युनिवर्सिटी एंव भारत सरकार के पूर्व चीफ इकोनोमीक एडवाइजर अरविंद सुब्रह्मण्यम एवं इनकी टीम ने मंगलवार को जो संयुक्त शोध रिपोर्ट जारी की थी उसमें बताया गया है कि कोरोना से अब तक देश में 49 लाख लोगों की मौतें हुई है ये आजाद भारत की सबसे बड़ी त्रासदी हैं और हमारी सरकार इतनी अंधी और बहरी हो चुकी हैं कि न तो कोरोना संक्रमण के दौरान ऑक्सीजन की कमी से हुई मौतें दिखाई दे रही हैं और न ही पीड़ित परिवारों की चीखें सुन पा रही है