हरतालिका तीज पर्व फलका प्रखंडों में हर्षोल्लास के साथ मनाया गया ।
फलका प्रखंड से अमर कुमार गुप्ता की रिपोर्ट
कटिहार जिला के फलका प्रखंड में आज सुहागिन महिलाएं तीज पर्व हर्षोल्लास के साथ मनाया जा गया एक दूसरे को मांग में सिंदूर लगाकर अखंड दीप जलाकर तीज व्रत की कथा पढ़कर दिन और रात पूजा अर्चना की गई । और पर्व को लेकर फलका प्रखंड के सभी गांव और बाजारों में महिलाओं में तीज पर्व को लेकर मनिहारा की दुकान और कपड़े की दुकानों में फल और मिठाई की दुकानो पर काफी भीड़ दिखाई दिए बताया जाता है कि तीज पर्व पति की लंबी आयु और बाल बच्चे परिवार के लिए दिन-रात सहकर दिन-रात उपवास रखकर करती है बेहद शुभ योग में रखी हैं हरतालिका तीज का व्रत,
आज भाद्रपद मास की शुक्ल पक्ष की तृतीया तिथि है. इस दिन सुहागिन महिलाएं अपने पति की लंबी उम्र के लिए हरतालिका तीज का निर्जला व्रत रखतीं हैं. हरतालिका तीज का व्रत इस साल 09 सितंबर यानि आज है. आइए जानते है इस व्रत से जुड़ी पूरी जानकारी…
आज भाद्रपद मास की शुक्ल पक्ष की तृतीया तिथि है. इस दिन सुहागिन महिलाएं अपने पति की लंबी उम्र के लिए हरतालिका तीज का निर्जला व्रत रखतीं हैं. हरतालिका तीज का व्रत इस साल 09 सितंबर यानि आज है. आइए जानते है इस व्रत से जुड़ी पूरी जानकारी…
जानें कब करनी चाहिए पूजा
हरतालिका तीज व्रत की पूजा प्रदोषकाल में की जाती है. यह दिन और रात के मिलन का समय होता है. पूजा करने के लिए भगवान शिव, माता पार्वती और भगवान गणेश की मिट्टी (बालू रेत या काली मिट्टी) से प्रतिमा बनाई जाती है.
ये वस्त्र करें माता पार्वती को अर्पित
हरतालिका तीज का व्रत में भगवान शिव और माता पार्वती को रेशम के वस्त्र अर्पित करने का विधान है. तीज की पूजा सूर्यास्त के बाद प्रदोष काल में करना सबसे शुभ माना जाता है.
रात्रि जागरण का होता है विशेष महत्व
हरतालिका तीज व्रत में रात्रि जागरण का विशेष महत्व होता है. इस व्रत में आठों पहर पूजन करने का विधान है, रात्रि के समय शिव-पार्वती के मंत्रों का जाप या भजन करना चाहिए.
व्रती महिलाएं जरूर करें ये काम
व्रती महिलाएं सबसे पहले देवी पार्वती और शिवजी की पूजा करें. इसके बाद 11 नवविवाहिताओं को सुहाग की पिटारी भेंट करें. ध्यान रखें कि इस पिटारी में पूरा 16 श्रृंगार होना चाहिए. साथ ही पांच बुजुर्ग सुहागिनों को सा�