पूर्णिया संवाददाता
आधुनिक युग मे अपनेपन की ढहती दीवार के बीच गौतम जैसै युवक सेवा की पिरामिड खडा कर रहे है।29 वर्ष का यह नौजवान अपने जन्मदिन के अवसर पर शहर के एकमात्र वृद्धाक्षम स्थल जाता है,और बडे ही विन्रमता से वंहा मौजूद समस्त वृद्धजनो को आग्रह करता है महाशय आज की संध्या हमारे साथ बिताए।सहमति मिलते ही शहर के एक आधुनिक सुविधाओ से लैस रेस्टोरेंट मे उनके साथ केक काटता है, रात्रि भोजन करता है।जिनकी संख्या उनके केयरटेकर को लेकर लगभग 35 रहती है,जिनमे 16 वृद्ध महिला एवम 11 वृद्ध पुरुष होते है।ज्ञात हो यह सारे वृद्ध अपनो के द्वारा ठुकराने पर एक समान्य जीवन वृद्धाक्षम के छत के नीचे जीने के लिए विवश है।उन्होने न कभी रेस्टोरेंट देखा,न कभी विशेष सेफ के द्वारा बनाए गए स्वादिष्ट भोजन को चखा।श्रीराम सेवा संघ एवम पूर्णिया साईकिलिंग एशोशिएसन का संयुक्त सदस्य गौतम कुमार ने अपने ईस विशेष प्रयास से युवा वर्ग मे सामाजिक सरोकार की चेतना जगाने का सफल प्रयास किया है।जन्मदिन,सालगिरह जैसे खुशी के मौके पर वृद्धाक्षम मे जाकर भोजन करवाने की पंरपरा पूर्णिया मे अच्छे लोगो के द्वारा सदैव रही है,मगर गौतम कुमार के द्वारा अपने जन्मदिन पर एक नई परिपाटी पेश की गई।समस्त 35 वृद्धजनो को आदर के साथ गाडी मे सुरक्षित बैठाकर स्वादिष्ट व्यंजन के मेनु के साथ वातानुकूलित माहौल मे उनकी आवाभगत कर उन्होने जो उनके मन मे खुशी का संचार किया है, उसकी जितनी सराहना की जाए कम है।