बहा ले गई सैलाब की तेज़ धार दूसरे दिन भी नहीं मिला फैजान का शव
रेस्क्यू में जुटी एसडीआरएफ टीम।
अररिया
सदर प्रखंड के झमटा पंचायत वार्ड नंबर 2 स्थित मेटन गांव के अल्ताफ हुसैन के 11 वर्षीय पुत्र फैजान पानी के तेज़ बहाव में शनिवार की शाम बह गए थे। जिसको लेकर ग्रामीणों ने अपने स्तर से सघन सर्च अभियान चलाया देर शाम तक चलाया।लेकिन फैजान का शव बरामद नहीं हो सका। समाजसेवी व जिला पार्षद प्रतिनिधि फैसल जावेद यासीन और ग्रामीणों ने प्रशासन की मदद से एसडीआरएफ टीम के साथ रविवार को भी पूरे दिन फैजान के शव की तलाश करते रहे ,लेकिन अब तक शव बरामद नहीं होने से ग्रामीणों में और परिजनों में मातम छाया हुआ है और आक्रोश व्याप्त है। ग्रामीणों का कहना है कि शासन प्रशासन भलीभांति परिचित है कि झमटा पंचायत बाढ़ प्रभावित क्षेत्र है और हर वर्ष सैलाब में यहां जान-माल का नुक़सान होता है ,लेकिन कभी भी इस क्षेत्र को सैलाब के समस्याओं से निजात दिलाने के लिए उचित कार्रवाई शासन प्रशासन द्वारा नहीं किया गया। अगर इस क्षेत्र के सड़कों का लेवल नदी के तुलना में ऊंचा और चौड़ा कर दिया जाए,और साथ ही नदी के तटबंधों को मजबूती से बांध दिया जाए, ताकि कटाव नहीं हो तो इस प्रकार की घटनाएं नहीं होगी और लोगों के जान-माल का नुक़सान नहीं होगा। समाजसेवी फैसल जावेद यासीन ने बताया कि उनकी टीम लगातार पीड़ित परिवार के साथ खड़ी है और फैजान की तलाश के लिए सर्च अभियान चलाया जा रहा है। साथ ही फैसल जावेद यासीन ने मांग की है कि पीड़ित परिवार को उचित मुआवजा दिया जाए और वैसे सभी परिवारों को चिन्हित कर मुआवजा दिया जाए जो जिनके यहां बाढ़ का पानी घुस गया है और नुकसान हुआ है। साथ ही बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों के वैसे विद्यालय जहां सैलाब का पानी मुख्य सड़कों पर चढ़ गया है। बच्चों की सुरक्षा का ध्यान रखते हुए वैसे विद्यालयों को तत्काल बाढ़ समाप्त होने तक बंद करने की मांग भी समाजसेवी फैसल जावेद यासीन ने प्रशासन से की है।