बिहार:नगर पंचायत बना नगर परिषद फिर भी जनप्रतिनिधियों के कारण अंधेरा क़ायम है

संवाददाता-विक्रम कुमार

कसबा नगर पंचायत अब नगर परिषद के रूप में बदल गया है, लेकिन यहां के लोगों को अंधेरे में रहने के लिए विवश किया जा रहा है। बरसात महीने में अंधेरा काफी भयावह दृश्य पैदा कर रहा है। ना तो जनप्रतिनिधि और ना नगर के पदाधिकारी हर वार्ड को रोशनी मिले ,इस पर मंथन नहीं कर रहे हैं।
  कसबा नगर पंचायत के पदाधिकारियों की लापरवाही का फायदा स्ट्रीट लाइट लगाने वाली कंपनी उठा रही है। कहा जाता है कि कसबा नगर पंचायत के सत्रहो वार्ड में स्ट्रीट लाइट लगाने के लिए गुड़गांव के दक्ष इलेक्ट्रिकल कंपनी ने 13 जुलाई 2018 को एक लिखित एग्रीमेंट किया था । इस एग्रीमेंट में कहा गया था कि मात्र 14 से 18 हफ्तों में पूरे वार्ड में स्ट्रीट लाइट लगाकर वार्ड को जगमग कर दिया जाएगा। लेकिन दो वर्ष से ज्यादा समय बीतने पर भी अभी तक नगर के लोग इंतजार में समय काट रहे हैं। उन्हें अंधेरे में रहने के लिए विवश कर दिया गया है।
इस संबंध में कस्बा नगर कार्यपालक पदाधिकारी मनीषा कुमारी ने बताया कि काफी दिनों से इस कंपनी का इंतजार किया जा रहा है तथा उसे अल्टीमेटम भी दिया गया है।

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