एम एन बादल
प्लूरल्स पार्टी की भर्चुअल मीटिंग ज्योती झा के अध्यक्षता में सम्पन्न हुई | बैठक में मुख्य आतिथी के रुप से पूर्णिया प्लूरल्स के जिला अध्यक्ष ई.सचिन कुमार सिंह मौजुद रहे| अपनी अध्यक्षता भाषाण को सम्बोधित करते हुए बताया की पूर्णिया जिला बिहार का ऐसा ज़िला है जिसने इसी साल 250 साल पूरे किए है ,और इसके साथ ही भारत के सबसे पुराने जिलों में से एक अब बन चुका है ।उसके बाद भी पूर्णिया ज़िला में ना एर्पॉर्ट स्टार्ट हुआ है ना ही Aiims जैसे हॉस्पिटल है ।जबकि पूरा ज़िला सीमांचल में आता है और ऐसे जगह में है जहाँ से बहुत से ज़िले ज़ुरे है कोसी के ।एक अच्छी चीज़ थी की एस.बी.आई का ज़ोनल ऑफ़िस था और सरकार द्वारा ज़मीन भी दी गयी थी बहुत साल पहले ताकि सीमांचल और ख़ासकर कोसी के लोगों को फ़ायदा पहुँचे ।पूर्णिया में बहुत बड़े जगह में एस.बी.आई ज़ोनल ऑफ़िस भी है जहाँ सब कुछ है उसके बाद भी एस.बी.आई का ऑफ़िस भागलपुर शिफ़्ट किया गया वो भी किराए के ऑफ़िस में और अब ख़बर है की गया शिफ़्ट हो रहा है वो भी किराए के ऑफ़िस में ।इतने सारे विधानसभा से लेकर लोकसभा तक के नेता है सीमांचल से मगर उसके बाद भी सीमांचल के विकास में किसी का कोई भी योगदान नहीं दिख रहा है जिससे लोगों का भला हो ।ये सब अगर चाहे तो रोक सकते है मगर समझ नही आता है सबके सब क्यूँ चुप है इस मुद्दे पर और क्यूँ राजनीति हो रही है ।इतना सौतेला व्यवहार क्यूँ हो रहा है कोसी और सीमांचल के लोगों के साथ ये समझने की जितनी भी कोशिश करू वो कम ही पर जाता है ।बिहार में सबसे ज़्यादा जिनकी हालत ख़राब रहती है वो है कोसी और सीमांचल के लोगों की क्यूँकि ग़रीबी,बेरोज़गारी,बाढ़ सबसे ज़्यादा यही के लोग झेलते है एक अच्छी चीज़ थी बैंक का ज़ोनल ऑफ़िस वो भी अब दूर होते जा रहा है ।जितने ज़िलों में ज़ोनल ऑफ़िस है उससे दूसरे ऑफ़िस का अंतर सिर्फ़ ९० किलोमीटर का है एक अभी कोसी सीमांचल का ही होगा जिसके आस पास कुछ ना होगा गया की दूरी पूर्णिया से ३३९ किलो मीटर है यही अगर किसी को कभी जाना परा तो अब जाकर आना सम्भव नहीं होगा एक दिन में ।अब एक बार के काम के लिए २ दिन जाएगा जिससे भाड़ा और रहने का खर्च का बोझ परेगा ग़रीबों पे और आम लोगों पे ।बहुत परेशानी बढ़ेगी लोगों की मगर ये सीमांचल का दुर्भाग्य है उसके किसी भी नेता को ये ना देखना है ना समझना है ।मगर बहुत गहरी राजनीति दिख ज़रूर रही है क्यूँकि अपना खुद का प्रॉपर्टी छोरकर कोई बैंक ख़ासकर एस.बी.आई जैसा बैंक जो लोगों की सेवा के लिए काम करती है वो रेंट पे क्यूँ जा रही है और दिन ब दिन सीमांचल से दूर क्यूँ हो रही है ।मैं ज्योति झा सरकार के साथ साथ सीमांचल के सभी नेताओ से हाथ जोरकर विनती करती हूँ की ये मत होने दे ।हम सीमांचल और कोसी के लोग ऐसे ही बहुत तकलीफ़ और औहेलना झेल रहे है सालो से अब और समस्या हमारे लिए उत्पन ना करे आप सब ।मूलभूत सुविधाए और ज़रूरत जो है हमारी वो दे और उनको रहने दे जिसमें से एक बैंक भी है ।
बैठक में मुख्य रुप से प्रमंडलीय प्रभारी राकेश झा, जयंत यादव , आदित्य कुमार, नितेश झा के साथ अन्य उपस्थित रहे