नन्हे मुन्ने बच्चे बच्चियां भी रख रहे हैं रोजा, इन बच्चों के जज्बे को सलाम, दो रोजा भी हुआ संपन्न
अररिया
मुकद्दस महीना रमजान के दौरान तमाम अकीदतमंद आकिल व बालिग रोजा रख रहे हैं। दो रोजा भी हो गया पूरा । इतना ही नहीं, नन्हे मुन्ने बच्चे भी रोजा रखकर अल्लाह की रजा के लिए फर्ज निभा रहे हैं। बच्चियों में अलीशबा रशीद, अरीबा ,मेहर, आयशा,आदि शामिल हैं, जिन्होंने रोजा रखकर अल्लाह ताला को राजी करके फर्माबरदार बंदी होने की सबूत पेश कर रहे हैं। वहीं दूसरी ओर रमजान के चांद का दीदार होते ही बच्चे बच्चियों में भी पाक व बरकत वाली महीना रमजान को लेकर अपार खुशी का माहौल व्याप्त है और रमजान की खुशी को अपने दोस्तों में शेयर करने व रमजान की मुबारकबाद देने में बेतहाशा खुशी का इजहार कर रहे हैं । इस बाबत शहर के शिशु रोग विशेषज्ञ व फिजिशियन डॉक्टर आसिफ रशीद के आठ वर्षीय पुत्री अलिशबा रशीद पिछले साल से ही रोजा रख रही है। इस बार भी यह बच्ची रोजा रख रही हैं । इनके रोजा को अल्लाह कबूल फरमाए,,,,,,,, आमीन । यह पवित्र माह रमजान इबादत वाली महीना भी कहा जाता है। इस माह में हर समय इबादत में मशगूल करना चाहिए । महीना भर चले रमजान एक त्योहार के रूप में भी लोग सेलिब्रेट करते हैं। इन बच्चियों के जज्बे को सलाम, जिन्होंने कम उम्र में रोजा रखकर हौसला को ऊंची उड़ान दी है । इन छोटी छोटी बच्चियों ने रमजान पर पहले दिन रोजा रखा और अपने रब (अल्लाह) से दुआ की कि माहे रमजान में सबके गुनाह माफ हो, और सभी सेहतमंद रहे,,,,,,, आमीन।