संवाददाता राजकुमार जायसवाल
बिलरियागंज आजमगढ़ के पवई थाना क्षेत्र में पिछले 1 हफ्ते से जहरीली शराब का तांडव जारी है वही पुलिस भी अवैध शराब के खिलाफ लगातार अभियान छेड़े हुए है। एसपी के नेतृत्व में पुलिस कार्रवाई में दो बंद पड़े निजी आवास से अवैध शराब की बड़ी फैक्ट्री का भंडाफोड़ हुआ।
आजमगढ़ और अंबेडकरनगर की सीमा के गांवों में अब तक करीब 35 से ज्यादा लोगों की मौत हो चुकी है।ताजा घटनाक्रम के अनुसार पवई थाना क्षेत्र के भर चकिया और भूलेसरा गांव में जहरीली शराब पीकर दो लोगों की मौत हो गई। चकिया में 25 वर्ष ज्ञानेंद्र उर्फ रोहित पुत्र लल्लू गौड़ और भूलेसरा गांव के 55 वर्षीय लालचंद राजभर ने अपनी जान गवाई वही दसनवल गांव निवासी राजीव सिंह 35 वर्ष की आंख की रोशनी चली गई। गांव वालों के अनुसार दोनों मृतकों का शरीर नीला पड़ गया था वही अभी ग्रामीणों में चर्चा थी कि थाने का एक और सिपाही सिपाही भी वसूली करता था और यह ऊपर के लोगों को भेजा जाता था। बता दें कि पिछले दिनों आजमगढ़ के एसपी ने पवई एसओ अयोध्या तिवारी को निलंबित किया था इसके अलावा मित्तूपुर पुलिस चौकी प्रभारी अरुण सिंह व सिपाही राजकिशोर यादव व अविनाश प्रसाद पर भी निलंबन की कार्रवाई हुई। मामले में अविनाश सिपाही समेत चार लोगों को गिरफ्तार भी किया गया था। इसके अलावा आबकारी विभाग का सिपाही भी निलंबित हुआ है। इसी क्रम में आज मित्तूपुर में और बड़ा अभियान चला जिसमें राजेश अग्रहरी के मकान और हाते में एक बड़ी फैक्ट्री का भंडाफोड़ किया गया। अधिकारी तब दंग रह गए जब अवैध शराब बनाने के लिए रखा गया एक दर्जन से ज्यादा सिलेंडर और करीब 2 लाख शीशियां सैकड़ों ड्रम बरामद किए गए। वही मौके से 5 ड्रम लहान कच्ची शराब भी बरामद की गई। साफ है आजमगढ़ अंबेडकर नगर बॉर्डर पर जहरीली शराब कुटीर उद्योग का रूप ले चुका था क्योंकि इसके पूर्व भी मित्तूपुर निवासी मोती साव को गिरफ्तार किया गया थ