तुलसी पूजन दिवस पर मनाई दो महापुरुषों की जयंती
✍️ संवाददाता दिव्या बाजपेई
कन्नौज । कान्यकुब्ज साथी संस्था के तत्वाधान में भारत रत्न महा मना मदन मोहन मालवीय तथा भारत रत्न पंडित अटल बिहारी वाजपेई एवं तुलसी पूजन दिवस का कार्यक्रम सनातन मंत्रों के उच्चारण के साथ धर्म धाम कन्नौज में मनाया गया । श्री तुलसी पूजन तथा गणेश पूजन आचार्य पंडित कौशल जी महाराज के निर्देशन में संस्था के अध्यक्ष मनोज कुमार शुक्ला ने किया । कार्यक्रम की अध्यक्षता वशिष्ठ साहित्य डॉक्टर जीवन शुक्ल ने की और इस ऐतिहासिक अवसर के मुख्य अतिथि भारत सरकार के बीज निगम के सेवानिवृत्त अध्यक्ष शिवपाल सिंह रहे । डॉक्टर शिवपाल सिंह ने दोनों विभूतियों का स्मरण करते हुए बीज का तथा पर्यावरण से जुड़े अपने नए प्रयोगों की चर्चा की । अध्यक्ष पद से बोलते हुए डॉक्टर जीवन शुक्ल ने दोनों विभूतियों से जुड़े अपने संस्मरण उपस्थित लोगों से साझा करते हुए कहा कि जहां महा मना मालवीय जी का जन्म इलाहाबाद मे हुआ था । पदम कांत जी ने बताया था कि वह संगीत प्रेमी होने के नाते कभी-कभी मुजरा सुनने जाते थे । एक दिन महा मना ने उनसे कहा कि जो सामाजिक जीवन से जुड़ते हैं उनके पैर के अंगूठे से लेकर सर के बालों तक जनता की दृष्टि रहती है । पता तुम जनसेवा और संगीत के बीच में एक को चुन लो । पदम कांत जी ने बताया उसके बाद हम कभी संगीत सुनने नहीं गए ।अटल जी के संस्मरण की चर्चा करते हुए डॉक्टर शुक्ला उत्तर प्रदेश हिंदी साहित्य सम्मेलन में अटल बिहारी बाजपेई क्योंकि उस समय पर नेता प्रतिपक्ष थे । जब बाजपेई जी डॉक्टर शुक्ल की काव्य कृति छांव की ओट में गुलाब का लोकार्पण कर के मंच से उतरे । उस समय उन्होंने बड़े अपनत्व भरे अंजद से शुक्ल जी से पूछा था झाऊ क्या होता है । उसी लहजे में उत्तर देते हुए मैंने कहा आप कैसे कनौजिया ब्राह्मण हो जहां ब्राह्मण तहा नाऊ जहां गंगा तहा जाऊं । कहावत भूल गए क्या इसे सुनकर वाजपेई जी ठहाका लगाते हुए वातावरण को नए आनंद से भर दिया । कार्यक्रम में आदेश नारायण सक्सेना, आचार्य जगपाल सिंह, आमोद दुबे, मनीष श्रीवास्तव, पंडित आयुष, नवनीत अवस्थी ,सचिन शुक्ला, नितिन शुक्ला, अक्षत सहित आदि लोग उपस्थित रहे ।