भाजपा नफरत फैला कर आपसी भाई चारा को तोड़ना चाहती है – शिक्षा मंत्री सह जिला प्रभारी
अररिया
सीमांचल के गौरवशाली इतिहास को मोदी के नेतृत्व वाली एनडीए सरकार नफरत एव पाखंड के सहारे भाईचारा को तोड़ना चाहती है। केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह का सीमांचल का दो दिवसीय दौरा भय एव नफरत पैदा करने के उद्देश्य से आयोजित है । बिहार में विकास पुरुष नीतीश कुमार के नेतृत्व में महागठबंधन की सरकार बनने के बाद से भाजपा नेतृत्व को 24 की चिंता सताने लगी है। उक्त बातें प्रदेश के शिक्षा मंत्री सह जिला प्रभारी मंत्री प्रो चंद्रशेखर ने सिमरबनी पंचायत स्थित नंद किशोर पुस्तकालय परिसर में गुरुवार संध्या आयोजित अभिनंदन समारोह में कही ।
शिक्षा मंत्री प्रो चंद्रशेखर ने कहा कि हमारे पूर्वज शिक्षा के महत्व को समझते थे, जिसके कारण ही वर्षों पूर्व सुदूर देहात में पुस्तकालय की स्थापना की ।आज पुस्तकालय को उद्धारक की तलाश है। शिक्षा के महत्व को रेखांकित करते उन्होंने कहा कि शिक्षा जीवन का अनमोल कुंजी है। शिक्षा के बिना जीवन अधूरा है। सीमांचल अशिक्षा का दंश झेल रहा है।जिसके कारण नफरत पैदा करने वाले की निगाह सीमांचल पर टिकी हुई है।सीमांचल सहित बिहार की जनता मोदी मॉडल से त्रस्त है। मोदी सरकार जनता से किए गए वादों की जिम्मेदारी से भाग रही है।जनता विकास के बारे में पूछती है तो भाजपा नेतृत्व नफरत की आग उगलती है। शिक्षा मंत्री प्रो चंद्रशेखर ने कहा कि शिक्षा विभाग आगामी दिनों बेरोजगारों को रोजगार का अवसर प्रदान करेगी । बिहार में नौकरी का पिटारा खुलेगा । युवा पीढ़ी लाभान्वित होगी । उन्होंने विद्यालय में शैक्षणिक वातावरण में सुधार के लिए लोगों से राय ली जाएगी।युवा राजद प्रदेश महासचिव विजय सिंह यादव ने शिक्षा मंत्री को भरगामा में प्रस्तावित डिग्री कॉलेज जल्द खोलने की मांग की ।माध्यमिक शिक्षक संघ जिला अध्यक्ष अजय कुमार सिंह ने मंत्री को मध्य तथा उच्च विद्यालय सिमरबनी के गौरव शाली इतिहास को दर्शाते हुए कहा कि कथा शिल्पी फणीश्वर नाथ रेणु ने प्राथमिक शिक्षा सिमरबनी से प्राप्त की ।आज विद्यालय बदहाली का दंश झेल रही है।
समारोह को पूर्व सांसद सरफराज आलम,पूर्व विधायक अनिल कुमार यादव ,पूर्व जिप सदस्य सत्य नारायण यादव,राजद जिला अध्यक्ष सुरेश पासवान, प्रधान महासचिव अरुण कुमार यादव सहित अन्य वक्ताओं ने संबोधित किया। मौके पर प्रमोद नारायण यादव,जगदीश झा गुड्डू,,मुखिया प्रतिनिधि रंजन मंडल , विनोद कुमार , मायानंद ऋषिदेव , अमित शर्मा , बबलू शर्मा , रमेश मंडल , गगन कुमार , कलानंद शर्मा वार्ड सदस्य , मौसम झा , संतोष मंडल , मनोज दिवाकर, पिंटू यादव, रघुनाथ चौधरी सहित महागठबंधन के अन्य नेता मौजूद थे।