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रिपोर्ट पदमाकर पाठक
डॉक्टरों द्वारा मरीज के इलाज में लापरवाही से मौत का मामला आया सामने।
पीड़ित ने जिलाधिकारी को ज्ञापन सौप की जांच की मांग।
आजमगढ़। डाक्टरों द्वारा इलाज में लापरवाही के कारण अक्सर मरीजों के मौत के मामले का प्रकरण देखने को मिलता है।ऐसा ही एक मामला जनपद के रमा ट्रामा सेंन्टर के द्वारा लापरवाही के कारण पिता की मृत्यु होने का आरोप लगाते हुए एक पीड़ित ने डीएम को ज्ञापन सौंपा।पीड़ित ने पूरे प्रकरण की जांच करवाकर दोषी के खिलाफ कार्यवाही की मांग की है।
नगर पंचायत अजमतगढ़ राजीवनगर के रहने वाले अनिल कुमार का कहना है कि अपने पिता लालचंद की तबीयत खराब होने जिसमे अचानक से पेट में दायें तरफ दर्द होने लगा। तब अपने पिता को उसी समय अपने निजी वाहन में लेकर नारौली स्थित रमा ट्रामा सेन्टर में भर्ती कराया। मेरे पिता को डा० पंकज शर्मा द्वारा देखा गया और बोले की आपके पिता का एक नश ब्लाक है इनको हार्ट अटैक आया है। इनको तत्काल छल्ला डालना पड़ेगा और आपरेशन करके रिंग लगाया गया। अगले दिन 4 जून की सुबह मरीज को पीड़ित के अनुमति के ही कैथ लैब में ले गए। जहा से पीड़ित के पिता चिल्लाते हुए बाहर आये और कहा कि डा० मेरा सही से इलाज नहीं कर रहा है। पीड़ित द्वारा पूछने पर डा० पंकज शर्मा ने कहा स्टैण्ड सही नहीं पड़ा है उसको हमारे द्वारा निकालकर दोबारा डाला गया है। लेकिन उसके बाद भी मरीज को आराम नहीं मिला। डा० पंकज शर्मा से बार-बार पूछने पर बताया गया कि इनको हार्टअटैक नहीं है। इनको गैस की समस्या है फिर डा० के कहने पर एक्स-रे हुआ। फिर उन्होंने बताया कि इनको निमोनिया है और मेरे पिता की हालत बिगड़ती गई 6 जून को 3:00 बजे के आस-पास डा० पंकज शर्मा के घोर लापरवाही से उनकी मृत्यु हो गयी।